मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने क्या कहा
- केंद्रीय बजट को बताया आत्म बिक्री बजट
- बजट निजीकरण पर है केंद्रित
- इस बजट से झारखंड को हाथ लगी निराशा
- रोजगार , गरीब और निर्धनों के उत्थान के लिए कुछ नहीं
- पेट्रोल और डीजल पर एग्रीकल्चर सेस लगाने पर सवाल
Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि केंद्रीय बजट में वही राज्य केंद्रित हैं जहां चुनाव होने वाले हैं. झारखंड को सिर्फ निराशा हाथ लगी है. यह आत्म-बिक्री बजट है. यह सिर्फ़ निजीकरण पर केंद्रित है. हेमंत शुक्रवार को दुमका में मीडिया से बातचीत में केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
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झामुमो स्थापनी दिवस में होंगे शामिल
मुख्यमंत्री सोमवार की शाम को दुमका पहुंचे. वह दो फरवरी को दुमका में होने वाले झामुमो के स्थापना दिवस में शामिल होंगे. दुमका हवाई अड्डे पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस मौके पर जिला के अधिकारी मौजूद थे.
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झारखंड को निराश हाथ लगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट में नौकरी पेशा वालों पर मार पड़ी है. आयकर में तो कुछ मिला नहीं उल्टे डीविडेंट पर कर लगा दिया गया है. केंद्र सरकार देश की सारी संपत्ति बेचने पर उतारू है. बैंक से लेकर बंदरगाह बिक रहा है. एयरपोर्ट-रेलवे बिक रहा है. रोजगार के अवसर बढ़ाने को लेकर कुछ नहीं,बीमार-बंद इकाइयों के लिए कुछ नहीं है. मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मनरेगा पर कुछ नहीं है. गरीब और मध्यम परिवारों की क्रय शक्ति बढ़ाने को लेकर कुछ नहीं. उल्टा, पेट्रोल और डीजल पर एग्रीकल्चर सेस लगाया जा रहा है.
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