LagatarDesk: कोरोना महामारी के कारण अमेरिका, यूरोप और जापान जैसे देश परेशान हैं. वहीं दूसरी ओर चीन की अर्थव्यवस्था में 2.3 फीसदी की दर से वृद्धि हुई है. जारी आंकड़ों के अनुसार, एक साल पहले इसी समय में चीन की अर्थव्यवस्था 6.5 फीसदी की दर से बढ़ी, जबकि पिछले तिमाही में यह आंकड़ा 4.9 फीसदी था. कोरोना महामारी का भारत की अर्थव्यवस्था पर भी काफी असर पड़ा है. भारत की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 7.7 फीसदी की गिरावट रहने का अनुमान है.
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पिछले एक दशक में सबसे कम वृद्धि
कोरोना महामारी के कारण चीन की फैक्टरी और दुकानें बंद रहे. जिसके कारण चीन की अर्थव्यवस्था में पहली तिमाही के दौरान 6.8 फीसदी की गिरावट हुई थी. लेकिन इसके बाद चीन ने अपनी ग्रोथ में सुधार कर लिया. अगली तिमाही में चीन ने 3.2 फीसदी की बढ़त दर्ज की थी. चीन की यह बढ़त पिछले एक दशक में सबसे कम है, लेकिन अन्य देशों की तुलना में सबसे अधिक वृद्धि चीन ने दर्ज की है.
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3.6 फीसदी बढ़ा चीन में निर्यात
सीमा शुल्क विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 2020 में चीन का निर्यात 2019 की तुलना में 3.6 फीसदी बढ़कर 2,600 अरब डॉलर पर पहुंच गया. 2019 में चीन का निर्यात केवल 0.5 फीसदी बढ़ा था. वहीं दूसरी ओर चीन का आयात 1.1 फीसदी घटकर 2 हजार अरब डॉलर रह गया.
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भारत की जीडीपी का अनुमान
एनएसओ के अनुसार, 2020-21 में जीडीपी 134.40 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. इसके अनुसार 2020-21 में भारत की जीडीपी में अनुमानत: 7.7 प्रतिशत की गिरावट आयेगी.
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किन क्षेत्रों पर पड़ेगा असर
इससे पिछले वर्ष 2019-20 में GDP में 4.2 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई थी. जीडीपी में गिरावट के कारण मुख्य रुप से विनिर्माण और सेवा क्षेत्र पर इसका असर पड़ेगा. एनएसओ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कृषि, बिजली और गैस आपूर्ती को छोड़कर बाकी सारे क्षेत्रों में गिरावट रहने का अनुमान लगाया गया है.
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