Ranchi: इवेंट मैनेजमेंट का काम करने वाले आलोक आनंद हत्याकांड की जांच सीआईडी करेगी. 20 मई 2013 को डोरंडा पुलिस ने जैप वन परिसर स्थित क्वार्टर के पीछे से आलोक का सिर कटा शव बरामद किया था. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर डोरंडा थाना कांड 233/2013 का सीआईडी ने टेकओवर किया है. यह मामला अज्ञात अपराधियों के द्वारा आलोक आनंद की हत्या गला काटकर किए जाने और सिर छिपा दिए जाने देने के आरोप में दर्ज है. सीआईडी एजीडी अनील पालटा के द्वारा इस मामले की जांच त्वरित गति से करने के लिए इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी को अनुसंधानकर्ता बनाया गया है.
इसे भी पढ़ें- गुमला: चैनपुर में गला रेतकर लड़की की हत्या, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
सिर कटा शव हुआ था बरामद
20 मई 2013 को डोरंडा पुलिस ने जैप वन परिसर स्थित क्वार्टर के पीछे से इवेंट मैनेजमेंट का काम करने वाले आलोक का सिर कटा शव बरामद किया था. पांच दिन बाद यानी 25 मई 2013 को आलोक आनंद का सिर पुलिस ने बरामद कर लिया था. उसका सिर जैप वन परिसर स्थित बौद्ध मंदिर के पास स्थित कुएं से बरामद हुआ था. सिर का प्रारंभिक जांच करने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया था. बाद में परिजनों ने आलोक के सिर की पहचान की थी. आलोक आनंद मूल रूप से गोड्डा जिले का रहने वाले थे.
इसे भी पढ़ें- अपराधियों ने युवक की हत्या कर पत्थर खदान में फेंका शव, एक सप्ताह से था लापता
अवैध संबंध में जताई गई थी हत्या की आशंका
अवैध संबंध को लेकर आलोक आनंद के हत्या की आशंका जताई जा रही थी. बताया जा रहा है कि इस मामले में जैप वन के सिपाही हरि गुरुंग, सन्नी गुरुंग व एक अन्य को आरोपी बनाया गया था. इससे संबंधित प्राथमिकी डोरंडा थाना में हरि गुरुंग की पत्नी के बयान पर दर्ज की गई थी. जिसमें उसने बताया कि आलोक और उसका संबंध था. जिसकी जानकारी हरि को हो गई. हरि ने उसे आलोक के साथ कमरे में देख लिया था. इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी.