Ranchi: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा है कि बड़कागांव में कोयला खनन कार्य में लगे एनटीपीसी से जमीन के मुआवजे और ग्रामीणों के घरों को स्थानांतरित करने की बात पर सहमति बनी है, साथ ही कई अन्य विषयों पर विचार होना अभी बाकी है. वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़कागांव विधायक अम्बा प्रसाद ग्रामीणों की समस्या को लेकर सदैव तत्पर रहतीं हैं. बता दें कि कांग्रेस की बड़कागांव विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने की शुरुआत कर दी थी.
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विधायक अंबा प्रसाद ने लगाए थे गंभीर आरोप
झारखंड में हेमन्त सरकार की सहयोगी पार्टी कांग्रेस की विधायक ने पुलिस प्रशासन पर बलपूर्वक माइनिंग का कार्य कर रही कम्पनी के पक्ष में कार्य करने का गम्भीर आरोप लगाया था. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद धरने पर बैठ गयी थीं. विधायक अंबा प्रसाद का आरोप है कि प्रशासन के द्वारा धारा 144 लगाकर माइनिंग का काम किया जा रहा है जो पूरी तरह से गलत है.
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क्या कहना था अंबा प्रसाद का
बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के बरवाडीह पकरी में विस्थापितों की समस्याओं और विस्थथापीतों को मुआवजा एवम नौकरी दिए जाने समेत कई मांगों को लेकर अंबा प्रसाद धरने पर बैठी थीं. अम्बा प्रसाद ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी. अंबा प्रसाद के मुताबिक बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र की जनता उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण है और बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र की जनता के हितों की रक्षा करना उनकी प्राथमिकता है. जिसके बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम ने उनका धरना समाप्त करवा कर अंबा प्रसाद की मुलाकात सीएम से करवाई.
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