Medininagar : पलामू की समृद्धि का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां के प्रतापी राजा अपने प्रजा का हाल जानने भेष बदल कर इलाके में निकलते थे. जिसके घर में मलहान की आवाज नहीं आती, उसको बुलाकर दुधारू गाय देते थे. उस जमाने में और आज भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मूल आधार कृषि व पशुधन है. यही काम आज सूबे के सीएम हेमंत सोरेन ने किया है. मेधा डेयरी प्लांट लगाकर पलामू के किसानों को तोहफ़ा देने के साथ राजा मेदिनीराय के सपनों को साकार करने का काम हेमंत सोरेन ने किया है. उक्त बातें झामुमो नेता अविनाश देव ने कही. उन्होंने कहा कि पलामू दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा, रोजगार मिलेगा और पलायन रुकेगा.
पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर से सात किलोमीटर दूर चियांकी गनके में झारखंड दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति व झारखंड सरकार के द्वारा स्थापित मेधा डेयरी प्लांट का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया. इस मौके पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव मौजूद थे. उद्घाटन में हजारों हजार की संख्या में किसान-पशुपालक पहुंचे थे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सुना. अविनाश देव ने कहा कि उम्मीद है कि इसी तरह पलामू में कृषि आधारित अन्य फैक्ट्री स्थापित होगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा.
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