Ranchi: प्रदेश में चल रही सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला. बुधवार के बाद पांचवें दिन प्रोजेक्ट भवन पहुंचे मुख्यमंत्री ने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि विपक्ष का तो केवल एक काम सरकार बनाओ-सरकार तोड़ो, विधायक खरीदो-विधायक बेचो रह गया है. आखिर व्यापारियों का दूसरा काम क्या होता है. उनका काम देश चलाना नहीं बल्कि खरीद फरोख्त करना होता है. लेकिन हम जनता के लिए काम करते हैं, हमें खऱीद फऱोख्त नहीं आती.
व्यापारियों को जवाब देंगे-हेमंत
मुख्यमंत्री ने सख्त लहजों में कहा, हम ऐसी व्यापारियों को भी जवाब देंगे क्योंकि इनके हर करतूतों पर हमारी और देश की नजर है. सियासी घटनाक्रम को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति में ऐसी परिस्थिति आम बात है, इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं. देश के आधे राज्यों की सरकार को गिराने का काम केंद्र सरकार कर रही है. मुख्यमंत्री यहीं तक नहीं रूके. उन्होंने कहा, यह बड़ी दुर्भाग्य की बात है कि केंद्र सरकार आज देश के आधे राज्यों की सरकार को गिराने का काम कर रहा है. आखिर धर्म और समाज के नाम पर व्यापारी लोग कितने दिनो तक रोटी सेंकेगे, यह भी हमलोग देखेंगे. वे जान लें कि धर्म-समाज के आधार और बात पर देश कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता. हेमंत सोरेन ने कहा, ऐसे में देश का भविष्य क्या हो सकता है, इसका अंदाजा तो सभी लोग लगा सकते हैं. सियासी संकट के बीच टैशेन को लेकर पूछे सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, उनकी दिललगी कुर्सी के साथ नहीं बल्कि राज्य के सवा तीन कऱोड़ जनता और देश के आदिवासी, दलित पिछडे वर्ग के लोगों के लिए है.
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“मीडिया बिना जानकारी के दिग्भ्रमित न करे”
दुमका में घटी घटना के बाद भी सरकार के किसी प्रतिनिधि के नहीं जाने के विपक्ष के लगाए आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में ऐसी कितनी घटनाएं घटी है, इसका आंकड़ा क्या किसी के पास है. घटनाएं होती रहती है. लेकिन हमारी सरकार की नजर हर तरह की घटनाओं पर है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के प्रतिनिधि पीड़िता के परिजनों तक पहुंच चुके हैं. ऐसे में उनकी मीडिया से अपील है कि बिना जानकारी के बातों को दिग्भ्रमित न करें.
हर कोई शिंदे नहीं हो सकता-हेमंत
मजकिया लहजे में हेमंत ने कहा कि हर कोई शिंदे तो नहीं हो सकता.कोलकाता कैश कांड में पकड़े गए विधायकों और विपक्ष द्वारा विधायकों के खऱीदे जाने के प्रयासों के पूछे सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ ऐसे भी हैं जो बिकने के लिये तैयार हो जाते हैं, और कुछ ऐसे हैं, जो नहीं बिकते. मजकिया लहजे में हेमंत ने कहा, हर कोई शिंदे तो नहीं हो सकता.
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सोमवार को प्रोजेक्ट भवन पहुंचे सीएम
इससे पहले सोमवार दोपहर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब मंत्रालय (प्रोजेक्ट भवन) पहुंचे. बुधवार के बाद पांचवें दिन मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट भवन पहुंचे थे. मौके पर मुख्यमंत्री ने मीडिया से भी बातचीत की. उनसे पूछा गया कि सियासी घमासान के बीच आप आए हैं, क्या सरकार फिर से विकास और जनहित के कामों को रफ्तार देने लगी है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, शनिवार और रविवार को भी क्या चीजों को आगे बढ़ाया जाए. बता दें कि पिछले बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कैबिनेट की बैठक में भाग लेने के लिए प्रोजेक्ट आए थे.
कई मंत्री पहुंचे अपने-अपने मंत्रालय
मुख्यमंत्री के अलावा उनके कैबिनेट के कई मंत्री भी बुधवार के बाद पांचवे दिन सोमवार को झारखंड मंत्रालय स्थित अपने-अपने मंत्रालय पहुंचे. प्रोजेक्ट भवन पहुंचने वाले मंत्रियों में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, आदिवासी कल्याण और परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन, शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो और कल्याण मंत्री हाफिजुल अंसारी थे. वही, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता नेपाल हाउस जाकर फाइलों का निरीक्षण किया. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने अपने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए विभाग से जुड़ी कई कार्यो की समीक्षा की. उन्होंने कई अहम फैसले भी लिए. इसमें सरकारी स्कूलों के बच्चों को दी जा रही पोशाक और जूता-मौजा की राशि में बढ़ोतरी का प्रस्ताव शामिल हैं.