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Shubham Kishor
Ranchi: झारखंड अनुसचिवीय कर्मचारी संघ (समाहरणालय संवर्ग) अपने 9 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला गया है. सोमवार को जिला इकाई रांची के द्वारा समाहरणालय, अनुमंडल, प्रखंड और अंचल के सभी कर्मी हड़ताल पर रहे. बड़ी संख्या में समाहरणालय संवर्ग ने राजभवन के समीप धरना दिया. जिससे एसडीओ कार्यालय, भू अर्जन, सामाजिक सुरक्षा, रिकार्ड रूम, महिला और बाल कल्याण, अनुमंडल, प्रखंड और अंचल कार्यालय के काम प्रभावित रहे. एसडीओ कार्यालय का कोर्ट भी नहीं चला. साथ ही जन्म, मृत्यु, जाति जैसे प्रमाण पत्र भी नहीं बने. सभी कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा. कर्मचारियों ने कहा कि राज्य ईकाई के बैठक के बाद सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए रणनीति तैयार कि जाएगी. सोमवार को रांची में धरना के दौरान अभय प्रभाकर तिर्की (जिला अध्यक्ष), जसीम अख्तर, राजीव रंजन दुबे, सचिन कुमार, त्रिलोक उरांव, प्रणेश मिंज, अमित कुमार गुप्ता, विकास दुबे ललन कुमार, संजय कुमार, अभिषेक कुमार, मेरी ग्रेस टोप्पो, शिलवन्ति, शान्ति एक्का, धर्मेन्द्र उरांव समेत सैंकड़ों कर्मी मौजूद थे.
अनिश्चितकालीन हड़ताल से पहले चरणबद्ध आंदोलन
समाहरणालय संवर्ग ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से पहले चरणबद्ध आंदोलन किया. अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए 14 जुलाई को राजभवन के समक्ष महाधरना के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांग पत्र समर्पित किया. 16 जुलाई को रांची समाहरणालय के सभी कर्मियों के द्वारा काला बिल्ला लगा कर सरकारी कार्यों का निष्पादन किया. 18 जुलाई को समाहरणालय के सभी कर्मी दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक कलम बंद हड़ताल पर रहे. 20 जुलाई कि शाम को कैंडल मार्च निकाला गया.
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