Ranchi: झारखंड हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और झारखंड स्टेट बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन दिवंगत अधिवक्ता पीसी त्रिपाठी के निधन के बाद एक तरफ पूरे झारखंड के अधिवक्ताओं ने अपनी शोक संवेदना जाहिर करते हुए खुद को 1 दिन के लिए न्यायिक कार्यों से दूर रखा है. वहीं दूसरी तरफ रांची जिला बार एसोसिएशन ने इस संबंध में अब तक किसी भी तरह का पत्राचार नहीं किया है और ना ही शोक सभा का आयोजन अब तक आरडीबीए के द्वारा किया गया है.
इसे भी पढ़ें –किसान खेत के बदले सड़क पर हैं और जवान आराम के बदले घर चलाने की चिंता में
जिला बार ने एक चिट्ठी भी जारी नहीं की है
झारखंड स्टेट बार काउंसिल के द्वारा निर्गत पत्र में कहा गया था कि झारखंड में सबसे ज्यादा दिनों तक प्रैक्टिस करने वाले और काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष के निधन के बाद शोक सभा आयोजित होगी. लेकिन रांची जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारी औऱ अधिवक्ता शायद खुद को काउंसिल से अलग समझते हैं.हालांकि काउंसिल के इस पत्र के बाद रांची के सभी अधिवक्ताओं में संशय की स्थिति बनी रही लेकिन राज्य के पूर्व चेयरमैन के लिए आर डी बी ए की कितनी संवेदना है इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जिला बार ने अब तक एक चिट्ठी भी जारी नहीं की है.
इसे भी पढ़ें –धनबाद: कोयला खदान में पानी घुसने से लापता हुए मजदूरों की तलाश जारी
पूर्व अध्यक्ष के निधन पर कार्य जारी रखना दुखद
रांची जिला बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव और झारखंड स्टेट बार काउंसिल के मीडिया प्रभारी संजय विद्रोही ने कहा है कि एक पूर्व अध्यक्ष के निधन पर अपनी संवेदना प्रकट नहीं करना काफी दुखद है और स्टेट बार काउंसिल के द्वारा पत्राचार किये जाने के बावजूद अधिवक्ताओं का न्यायिक कार्य जारी रखना एक दुखद संकेत है.
इसे भी पढ़ें –ऐसा क्यों है कि मोदी सरकार में हर वर्ग आंदोलन करने को मजबूर है