यूपी से गिरफ्तार नक्सलियों के पास बरामद दस्तावेज से हुआ खुलासा
Sourav Singh
Ranchi: उत्तरप्रदेश एटीएस ने बीते दिनों बलिया में गोपनीय बैठक कर रहे पांच नक्सलियों तारा देवी, लल्लू राम, सत्य प्रकाश, राममूरत और विनोद साहनी को गिरफ्तार किया था. इनके पास बरामद दस्तावेजों से नक्सलियों के बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. बरामद दस्तावेज से यह खुलासा हुआ है कि ये सभी नक्सली केंद्रीय कमेटी के नेताओं के इशारे पर बलिया, आजमगढ़, वाराणसी और चंदौली को केंद्र बना कर यूपी में नक्सली गतिविधियां बढ़ा रहे थे. इसके अलावा यूपी के बलिया, मिर्जापुर, गाजीपुर, आजमगढ़, वाराणसी, चंदौली के अलावा बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ के तमाम जिलों में नक्सली गतिविधियों को विस्तार देते हुए भाकपा माओवादी का शासन स्थापित करने की साजिश रची जा रही थी. उनके पास से बरामद डायरी में बीते दिनों एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों के नाम और संगठन को होने वाली फंडिंग का ब्योरा भी मिला था. इस केस को अब एनआईए ने टेकओवर कर जांच शुरू कर दी है.
केंद्रीय कमेटी के सदस्य प्रमोद मिश्रा ने एडहॉक कमेटी बनाई थी
जांच में सामने आया है कि सीपीआई माओवादी नक्सली संगठन की केंद्रीय कमेटी के सदस्य प्रमोद मिश्रा (गिरफ्तार) एडहॉक कमेटी बनाई थी. संगठन के सचिव बलिया निवासी संतोष वर्मा उर्फ मंतोष के जरिए लगातार पूर्वांचल के कई जिलों में महिलाओं और पुरुषों की भर्ती की जा रही थी. साथ ही, पूर्वांचल में किसी सरकार विरोधी आंदोलन को चुन कर उसको सशस्त्र आंदोलन में बदलने की साजिश रची जा रही थी. इसके लिए जंगल में हथियार चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा था.
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चंदा-लेवी वसूली व हथियार जमा कर रही थी तारा
गिरफ्तार नक्सली तारा देवी उर्फ मंजू उर्फ मनीषा 18 साल से नक्सली घटनाओं में शामिल रही है. वह नए सक्रिय सदस्यों की भर्ती के लिए नक्सल के एमओ (मास आर्गनाइजेशन) और मुखौटा संगठनों के साथियों के साथ मिल कर काम कर रही थी. पुराने भूमिगत सदस्यों के साथ नए लोगों की भर्ती कर रही थी. उनका उद्देश्य भारत सरकार के खिलाफ नक्सली विचारधारा के लोगों को जुटा कर सशस्त्र विद्रोह के जरिए सरकारी व्यवस्था को उखाड़ना था. वह नक्सलियों की सरकार स्थापित करने के लिए अपनी पार्टी भाकपा माओवादी के लिए चंदा व लेवी वसूलने व हथियार जमा कर रही थी.