Ranchi: कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले स्वास्थ्य विभाग व्यवस्था को मुक्कमल करने की कवायद में जुट गया है. स्वास्थ्य विभाग के अभियान निदेशक डॉ रविशंकर शुक्ला ने कोविड नियंत्रण सदस्यों की एक बैठक मंगलवार को बुलायी है. बैठक में सदस्यों के तौर पर नगर विकास सचिव विनय चौबे, रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद, कोविड कंट्रोल के परियोजना निदेशक भुवनेश प्रताप सिंह, मेडिका और मेदांता अस्पताल के प्रबंध निदेशक के अलावा होमियोपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सचिव को शामिल होने के लिए पत्र लिखा गया है. बैठक में कोविड की तीसरी लहर से जुड़ी 9 प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी.
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अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य की अध्यक्षता में बुलायी गई यह बैठक आरसीएच सभागार, नामकुम में होनी है. इस बैठक में जिन प्रमुख 9 बिंदुओं पर बातचीत की जानी हैं, वो ये हैं.
- कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी.
- राज्य में वैक्सीनेशन की रफ्तार.
- पीआईसीयू (PICU) नीकू (NICU) और चाइल्ड फ्रैंडली वार्ड में तीसरी लहर के रोकथाम को लेकर तैयारी.
- उपकरण, दवाई के अलावा डॉक्टर, पारा मेडिकल कर्मचारियो के प्रशिक्षण पर चर्चा और सदस्यों की राय का मशविरा लिया जाएगा.
तीसरी लहर में 7 लाख से अधिक बच्चों के संक्रमित होने का अनुमान
कोरोना की तीसरी लहर के दौरान झारखंड के 7 लाख 17 हजार 484 बच्चे संक्रमित हो सकते हैं. यह बात कोरोना की तीसरी लहर के अनुमान व रोकथाम को लेकर सरकार की ओर से गठित इंपावर्ड कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कही है. कमेटी ने राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है.
केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में देश के विशेषज्ञों से परामर्श पर कमेटी ने अपने सुझाव सरकार को दिए हैं. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राज्य में कोरोना की संभावित तीसरी लहर में 7,17,484 बच्चों (18 साल तक) के संक्रमित होने की आशंका है. रिपोर्ट के मुताबिक रांची में सर्वाधिक 63,382, धनबाद में 58,387, गिरिडीह में 53,188 और पूर्वी सिंहभूम में 49,892 बच्चे संक्रमित हो सकते हैं.