Ranchi : भाकपा माओवादी नक्सलियों का अपने ही संगठन से मोहभंग हो रहा है. बड़े पैमाने पर नक्सली हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में वापस लौट रहे हैं. साल 2020 से अब तक झारखंड में 54 भाकपा माओवादी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इनमें ओहदे गुरिल्ला दस्ते के सदस्य से लेकर स्पेशल एरिया कमिटी ( सैक) मेंबर सहित कई बड़े चेहरे शामिल हैं. नक्सलियों के खिलाफ लगातार चलाये जा से अभियान से नक्सली कमजोर पड़े हैं. साथ ही सरकार की पॉलिसी और नयी दिशा का भी असर है. जिसके तहत सरेंडर करने के साथ ही नक्सली को इनाम की पूरी राशि सौंप दी जाती है. (पढ़ें, IEEFA का सुझाव, बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ावा दे भारत)
साल 2020 से अबतक 54 नक्सलियों का आत्मसमर्पण
- 2020 : 12
- 2021 : 13
- 2022 : 11
- 2023 (13 जुलाई तक) : 18
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इन बड़े नक्सलियों ने किया सरेंडर
- राधेश्याम यादव : सैक मेंबर, 25 लाख इनामी
- इंदल गंझू : जोनल कमिटी मेंबर, 15 लाख इनामी
- अमरजीत यादव : जोनल कमिटी मेंबर, 10 लाख इनामी
- संतोष भुइयां : जोनल कमिटी मेंबर, 5 लाख इनामी
- दुर्योधन महतो : जोनल कमिटी मेंबर, 15 लाख इनामी
- सुरेश मुंडा : जोनल कमिटी मेंबर, 10 लाख इनामी
- महाराजा प्रमाणिक : जोनल कमिटी मेंबर, 10 लाख इनामी
- अमन गंझू : रीजनल कमिटी मेंबर, 15 लाख इनामी
- जीवन कांडुलना : जोनल कमिटी मेंबर, 10 लाख इनामी
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