Dumka: महज तीन सौ रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफार्मर नहीं होने पर आशुतोष कुमार को कस्टमर केयर में शिकायत करना महंगा पड़ा गया. साइबर अपराधियों के झांसे में आने के बाद उसने जैसे ही एनी डेस्क एप लोड किया, तो 14 बार में खाते से 3.90 लाख रुपया निकल गया. पीड़ित ने एसपी को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. नगर थाना की पुलिस मामले की जांच कर रही है. कोर्ट परिसर में फार्म आदि की दुकान चलाने वाले मोरटंगा निवासी आशुतोष कुमार ने पुलिस को बताया कि, 23 जून को भारतीय स्टेट बैंक के खाते से अपने मित्र माणिक निगत को फोन-पे पर 3 सौ रुपया ट्रांसफर किया. पैसा खाते से निकल गया और माणिक के खाते में चला भी गया. लेकिन मित्र को पैसा नहीं मिला.
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साइबर डीएसपी ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
इसके बाद अपने मोबाइल से गुगल पर फोन-पे के नंबर पर कॉल किया, तो वहां से एक कस्टमर केयर नंबर 9090434721 मिला. जब इस नंबर पर 3 सौ रुपया की शिकायत की, तो उसने एनी डेस्क एप लोड करने को कहा. इस एप के लोड करने के बाद सामने वाले ने मोबाइल की स्क्रीन से सारी जानकारी एकत्र की और खाते से 3.90 लाख रुपया गायब कर दिया. बाद में कहा कि सारा पैसा वापस खाते में डाल दिया जाएगा. 20 मिनट में 14 बार में अपराधियों ने सारा पैसा निकाल लिया. अगले दिन बैंक जाकर पता किया तो वहां बताया कि 3.90 लाख की निकासी की गई है. जब फिर कस्टमर केयर के नंबर पर फोन किया तो उसने मोबाइल बंद कर लिया. पीड़ित ने एसपी व नगर थाना की पुलिस को जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की है. साइबर डीएसपी विजय कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. छानबीन की जा रही है.
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