New Delhi : बंगाल की खाड़ी से 2 दिसंबर को उठे चक्रवाती तूफान माइचौंग भारी तबाही मचा दी है. खबर है कि तूफान आंध्र प्रदेश तट से टकराकर उत्तर दिशा की ओर बढ़ गया है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार तेलंगाना पहुंच कर साइक्लोन कमजोर पड़ गया. बताया गया है कि तूफान का सर्वाधिक असर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में हुआ. आंध्र प्रदेश के CMO द्वारा जारी आंकड़ों पर नजर डालें तो माइचौंग के कारण 194 गांव और दो शहरों के लगभग 40 लाख लोग प्रभावित हुए. 25 गांव बाढ़ की चपेय में आये. कई पेड़ उखड़ गये और पशुधन को भी नुकसान पहुंचा है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
आठ दिसंबर तक झारखंड का मौसम खराब रहेगा
तूफान माइचौंग से झारखंड में अछूता नहीं रहा है. आईएमडी झारखंड के निदेशक और मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार आज और कल यानी 6 और 7 दिसंबर को राज्य भर में बादल छाये रहेंगे. मध्यम बारिश होगी. 7 दिसंबर को राज्य के दक्षिणी और मध्य भाग में वज्रपात होने की संभावना है आठ दिसंबर तक झारखंड का मौसम खराब रहेगा. बता दें कि रांची सहित आसपास के कई इलाकों में सुबह से रुक रुक कर बारिश हो रही है. बारिश के कारण ठंड बढ़ गयी है.
100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, बारिश होने लगी
जान लें कि पांच दिसंबर को दोपहर एक बजे तूफान बापटला में नेल्लोर-मछलीपट्टनम के बीच टकराया था. 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और तेज बारिश होने लगी. तमिलनाडु के मुख्य सचिव के अनुसार तूफान की वजह से चेन्नई शहर पानी में डूब गया. 17 लोगों की मौत हो गयी. 140 से अधिक ट्रेनों को रद्द किये जाने की खबर आयी. 40 फ्लाइट्स रद्द की गयी. राज्यभर में 204 राहत शिविरों में 15 हजार से भी अघिक लोगों को शरण दी गयी है.
मछुआरों से कहा गया है कि वे गहरे समुद्र में न जायें
तूफान प्रभावित इलाकों में 18 हजार से अधिक भोजन के पैकेट और 1 लाख से अधिक पानी के पैकेट बांटे गये हैं. स्वास्थ्य शिविर भी लगाये गये हैं तूफान का असर ओडिशा में भी देखने को मिल रहा है. ओडिशा के रायगड़ा, गंजाम, मलकानगिरी, कोरापुट, गजपति और कालाहांडी जिलों में हल्की बारिश हुई. मौसम विभाग की मानें तो ओडिशा में आज बारिश होगी, जो शुक्रवार तक जारी रह सकती है. खराब मौसम को देखते हुए मछुआरों से कहा गया है कि वे ओडिशा तट के आसपास गहरे समुद्र में न जायें.
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