एसपी, डीआईजी और डीजीपी को सौंपा ज्ञापन,पुलिस की करतूत से अवगत कराया
Ranchi/Hazaribagh : हजारीबाग जिले में एनटीपीसी के एमडीओ त्रिवेणी-सैनिक माईनिंग प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों-निदेशकों के खिलाफ 85 लाख रुपये का धोखाधड़ी का केस डाड़ी पुलिस दर्ज नहीं कर रही है. रुपयों का भुगतान नहीं करने के बावजूद डाड़ी पुलिस द्वारा केस दर्ज ना करने की शिकायत पुलिस के आला अधिकारियों से की गयी है. जुगरा विस्थापन समिति के अध्यक्ष कैलाश साव ने शनिवार को हजारीबाग एसपी, डीआईजी और डीजीपी से शिकायत की है. शिकायत में कहा गया है कि डाड़ी पुलिस सुप्रीम कोर्ट और पुलिस मुख्यालय के निर्देश-आदेश का उल्लंघन कर रही है. 29 नवंबर 2023 को भेजे आवेदन पर अब तक कार्रवाई नहीं की गयी है.
85 लाख बकाया रकम में 23 लाख का चेक देकर धोखे से लिया वापस
शिकायतकर्ता कैलाश साव ने डाड़ी ओपी प्रभारी को दिये आवेदन कहा है कि वर्ष 2018 में जुगरा विस्थापन समिति के साथ त्रिवेणी-सैनिक माईनिंग प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट हेड के साथ एक एकरारनामा हुआ. इसमें सड़क मार्ग से कोयला ट्रांसपोर्टेशन के दौरान प्रदूषण पर रोकथाम के लिए पांच लाख रुपये प्रति महीना भुगतान करने पर सहमति बनी थी. इसके बाद कंपनी ने वर्क ऑर्डर भी दिया था. कुछ महीनों तक राशि का भुगतान हुआ. उसके बाद काम भी लिया गया और भुगतान भी नहीं किया गया. त्रिवेणी सैनिक कंपनी की तरफ से 10 लाख और 13 लाख का चेक भी दिया गया, जो कैश नहीं हुआ. इसकी शिकायत करने पर कंपनी ने दूसरा चेक देने के नाम पर पुराना चेक भी वापस ले लिया और अब तक भुगतान नहीं किया है.
एक विधायक के हस्तक्षेप के बाद भुगतान रुका
बताया जाता है कि एनटीपीसी का सड़क मार्ग से कोयला ट्रांसपोर्टेशन कई गांवों से होकर होता था. इससे प्रदूषण फैलता था . जुगरा के ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. विरोध और कार्य बाधित होने पर त्रिवेणी-सैनिक माईनिंग प्राइवेट लिमिटेड ने ग्रामीणों के साथ पांच लाख महीना देने का समझौता किया. बाद में प्रदूषण के नाम एक विधायक के हस्तक्षेप और सड़क से कोयला परिवहन में दखल देने के बाद जुगरा विस्थापित समिति का भुगतान कंपनी ने रोक दिया. बताया जाता है कि विधायक के हस्तक्षेप के कारण दूसरे विधायक का भी हित प्रभावित हुआ है.
प्रोजेक्ट हेड सहित इन निदेशकों को बनाया आरोपी
जुगरा विस्थापन समिति के अध्यक्ष कैलाश साव ने थाना में दिये आवेदन में तत्कालीन प्रोजेक्ट हेड सुब्रमण्यम स्वामी, निदेशक कुलदीप सिंह सोलंकी, ब्रितपाल संधू, सिद्धार्थ जैन, बाला सुब्रमण्यम प्रभाकरन, बाला सुब्रमण्यम कार्तिकेयन, कार्तिकेश्वर, हिम्मत सिंह बेदला सहित अन्य को आरोपी बनाने का आवेदन दिया है.
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
डाड़ी थाना प्रभारी से जब शिकायत को लेकर पूछा गया, तो उन्होंने पहले तो अनभिज्ञता जाहिर की. जब कहा गया कि डाक से आवेदन थाना भेजा गया, तो उस पर कहते हैं कि शिकायतकर्ता से एकरारनामा की प्रति मांगी गयी है. इसके बाद ही मामले की जांच कर कार्रवाई करेंगे.