Darbhanga: दरभंगा ब्लास्ट मामले में हैदराबाद से पकड़े गये मो. इमरान और मो. नासिर मलिक को रिमांड पर लेने के बाद एनआईए पूछताछ में लगी है. इससे कई तरह के खुलासे हो रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार पूछताछ में दोनों भाइयों की योजना ट्रेन में ब्लास्ट करने की थी. उनकी योजना सिकंदराबाद-दरभंगा ट्रेन में सिकंदराबाद स्टेशन से 132 किमी दूर काजीपेट जंक्शन पर ब्लास्ट कराने की थी.
इसे भी पढ़ें- रांची-चतरा सीमावर्ती क्षेत्र से TPC एरिया कमांडर जितेंद्र मुंडा गिरफ्तार
17 जून को दरभंगा जंक्शन पर ब्लास्ट हुआ था
बताया जाता है कि केमिकल बम को मध्य रात्रि में ब्लास्ट कराने की थी, ताकि अधिक से अधिक नुकसान हो. कई कारणों से आतंकी अपनी इस साजिश में कामयाब नहीं हो सके. यह केमिकल बम 17 जून को दरभंगा जंक्शन पर ब्लास्ट हुआ था. चलती ट्रेन में विस्फोट कराने की आतंकियों की यह साजिश सफल हो जाती तो कई लोगों की जान जा सकती थी. इससे पूरी ट्रेन में आग लगती और बड़ा हादसा हो सकता था.
इसे भी पढ़ें- यशवंत सिन्हा ने प्रभु चावला से कहा, ममता बनर्जी हैं रामबाण, मोदी सरकार को दे सकती हैं पटखनी
साजिश विफल हो गई
बता दें कि 15 जून की रात सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस सिकंदराबाद से रवाना हुई थी. इस ट्रेन का पहला स्टॉपेज काजीपेट जंक्शन है. यहां तक पहुंचने में इस ट्रेन को एक घंटा 54 मिनट लगता है. आतंकियों की साजिश ट्रेन के काजीपेट से खुलने के बाद विस्फोट करने की थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. धमाका तब हुआ जब पार्सल को दरभंगा जंक्शन पर उतारा जा चुका था. इससे उनकी साजिश विफल हो गई और बड़ा हादसा टल गया.
इसे भी पढ़ें- राफेल डील को लेकर फ्रांस में जांच , राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हल्ला बोला, Instagram पर दिखाई चोर की दाढ़ी