Ranchi : रांची यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बिना किसी गलती के ही पीजी स्टूडेंट्स को आर्थिक दंड भरने का आदेश दे दिया हैं. आरयू प्रशासन के इस फैसले से छात्र और शिक्षक असंतुष्ट हैं. यह मामला रांची विवि के पीजी फिलॉसफी डिपार्टमेंट के सेकेंड सेमेस्टर के स्टूडेंट्स से जुड़ा हुआ है. आरयू प्रशासन की ओर से पीजी के फिलॉसफी डिपार्टमेंट में सेकेंड सेमेस्टर का एग्जाम फॉर्म जमा करने के लिए विभाग में कोई भी नोटिस नहीं आया था.
इससे फिलॉसफी डिपार्टमेंट के छात्र एग्जाम फॉर्म समय सीमा पर जमा नहीं कर सके. तिथि समाप्त होने के उपरांत छात्र-छात्राओं ने एग्जाम फॉर्म जमा करने के लिए डिपार्टमेंट में सम्पर्क किया तो इस मामले को वीसी डॉ. रमेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता वाले एग्जाम बोर्ड में रखा गया. बोर्ड द्वारा छात्रों से आठ-आठ सौ रुपए विलंब शुल्क लेकर परीक्षा फॉर्म जमा करने की मंजूरी दी गयी.
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छात्रों के पास देने के लिए पैसा नहीं
फिलॉसफी सेकेंड सेमेस्टर में 27 स्टूडेंट्स हैं. अधिकतर छात्र आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी से आते हैं. बेवज़ह आर्थिक दंड लगाये जाने से छात्र परेशान हैं. इन छात्र-छात्राओं ने विभागाध्यक्ष डॉ. श्यामा नंद झा से कहा कि फाइन जमा करने के लिए हमारे पास पैसे नहीं हैं. विभागाध्यक्ष ने कहा कि जिन छात्रों के पास पैसे नहीं हैं, वे हमसे अभी ले लें. और वे जॉब मिलने के बाद वापस कर दें. बताया गया है कि वे अब तक 12 हजार रुपए देकर छात्र-छात्राओं की मदद कर चुके हैं.\
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कैसे होता है ऑनलाइन फॉर्म जमा
कोरोना में पहली बार ऑनलाइन फॉर्म जमा होना शुरू हुआ. दो माह पहले पीजी सेकेंड सेमेस्टर (2019-21) का फॉर्म जमा होना शुरू हुआ. फॉर्म जमा करने के लिए सभी विभागों को लॉगइन आईडी दिया जाता है, जहां सभी विद्यार्थियों का डेटा बेस होता है. छात्र के नाम के सामने एक कॉलम रहता है, जिसमें इनेबल या डिसएबल ऑप्शन है. इनेबल करने पर ही स्टूडेंट्स ऑनलाइन परीक्षा शुल्क जमा कर सकते हैं. लेकिन, आरयू ने विभाग को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी थी.
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