Ranchi : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में पिछले 2 जुलाई यानी 38 दिनों से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हो रहा है. रिम्स प्रबंधन के अनुसार सभी प्रक्रियाएं पूरी हो जा रही हैं, पर लिंक फेल रहने के कारण मृत्यु प्रमाण पत्र डाउनलोड नहीं हो रहा है. मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं होने से परिजनों को इंश्योरेंस और बैंक संबंधी काम पूरे करने में समस्या आ रही है. प्रमाण पत्र नहीं दिखा पाने की स्थिति में न तो परिजन बैंक खाते में जमा पैसे की निकासी कर पा रहे हैं और न ही उन्हें इंश्योरेंस क्लेम मिल पा रहा है. रिम्स में वर्तमान में तीन सौ से अधिक लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र बनने की प्रक्रिया पूरी होकर अंतिम चरण में फंस गयी है.
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रिम्स प्रबंधन ने विभाग को लिखा है पत्र
रिम्स के उपाधीक्षक डॉ संजय कुमार ने बताया कि लिंक सही करने के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है. पत्र करीब 20 दिन पहले ही लिखा गया है. लिंक नहीं होने के कारण प्रतिदिन रिम्स में अपने परिजन की मृत्यु प्रमाण पत्र लेने पहुंच रहे हैं और निराश होकर लौट जा रहे हैं. रिम्स प्रबंधन के अनुसार मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने में मात्र 15 दिन का समय लगता है, पर प्रमाण पत्र लेने पहुंच रहे लोगों का कहना है कि एक लगभग दो महीने से अधिक हो चुके हैं पर अब तक प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है.
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केस स्टडी
- रोहतास के रहने वाले विकास पांडे की मौत कोरोना से 29 अप्रैल 2021 को हो गयी थी. विकास पांडेय के परिजन ने बताया कि मृत्यु के तुरंत बाद प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया था, ताकि एलआईसी की पॉलिसी सहित अन्य काम पूरे हो सके. लेकिन अब तक एक महीने से अधिक हो जाने के बाद भी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सका है. परिवार वर्तमान में खूंटी प्रखंड के तोरपा में रहता है.
- हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड के रहने वाले रितेश कुमार वर्मा की मौत 3 मई को हुई थी. उनके भतीजे छोटू ने बताया कि रिम्स में एक महीने से अधिक समय से मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन जमा है. मृत्यु प्रमाण पत्र के अभाव में कई सारी प्रक्रियाएं लंबित हैं. एलआईसी और बैंक से पैसे का भी भुगतान नहीं हो सका है. बना है या नहीं, इसका पता लगाने हर सप्ताह आते हैं, पर अब तक मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिल पाया है.