LagatarDesk : टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया कर्ज में डूबी हुई है. कर्ज से उबरने के लिए कंपनी ने फंड रेज करने का प्लान बनाया है. वोडाफोना-आइडिया के बोर्ड ने इसके लिए मंजूरी दे दी है. कंपनी ने कहा कि वो 14500 करोड़ जुटाने वाली है. जानकारी के अनुसार, कंपनी 338.3 करोड़ इक्विटी शेयर को 13.30 के भाव से इश्यू करेगी. इसका बेस प्राइस 10 रुपये है. यानी मार्केट वैल्यू से 20 फीसदी प्रीमियम पर शेयर इश्यू किये जायेंगे.
प्रमोटर्स और इक्विटी इश्यू करके कंपनी जुटायेगी फंड
जानकारी के अनुसार, इक्विटी और डेट इंस्ट्रूमेंट्स के जरिये 10 हजार करोड़ जुटाये जायेंगे. डेट इंस्ट्रूमेंट्स में एडीआर (अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट), जीडीआर (ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट) और एफसीसीबी अन्य माध्यमों से राशि जुटाई जायेगी. वहीं वोडाफोन-आइडिया प्रमोटर्स (यूरो पैसिफिक सिक्योरिटीज लिमिटेड, प्राइम मेटल्स और ओरियाना इन्वेस्टर्स) से 4500 करोड़ जुटायेगी.
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वोडाफोन-आइडिया में वोडाफोन और आदित्य बिड़ला की इतनी हिस्सेदारी
बता दें कि यूरो पैसिफिक सिक्योरिटीज लिमिटेड और प्राइम मेटल्स वोडाफोन ग्रुप की फर्म है. वहीं ओरियाना इन्वेस्टर्स आदित्य बिड़ला ग्रुप की फर्म है. वोडाफोन-आइडिया में वोडाफोन ग्रुप की 44.39 फीसदी हिस्सेदारी है. जबकि आदित्य बिड़ला ग्रुप की 27.66 फीसदी हिस्सेदारी है.
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वोडाफोन ने पिछले हफ्ते की दो बड़ी डील
बता दें कि कर्ज में डूबी वोडाफोन-आइडिया ने पिछले हफ्ते दो बड़ी डील की है. इस डील के जरिये कंपनी ने करोड़ों रुपये जुटाये है. वोडाफोन ने इंडस टावर में ब्लॉक डील के जरिये 2.4 फीसदी हिस्सेदारी बेची. जिससे कंपनी को 1442 करोड़ मिले. वहीं एयरटेल ने भी वोडाफोन ग्रुप से इंडस टावर्स में 4.7 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है. दोनों कंपनियों ने इस शर्त में एग्रीमेंट किया है कि वोडाफोन इस फंड का इस्तेमाल वोडाफोन-आइडिया में निवेश करने में लगायेगी. साथ ही इंडस टावर्स का बकाया चुकाने में पैसे का इस्तेमाल किया जायेगा.
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