Ranchi: कोरोना की दूसरी लहर में लाखों लोग प्रभावित हुए. इस लहर में मौत के आंकड़े भी बढ़े हैं. कोरोना का वैरिएंट डेल्टा मुसीबत बन कर सामने आया है. वहीं अब देश के लोगों के लिए डेल्टा प्लस एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ रही है. देश के 12 राज्यों में 51 लोग इस वैरिएंट से ग्रसित पाए गए हैं. एक्सपर्ट की मानें तो डेल्टा प्लस डेल्टा वैरिएंट से 60 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलता है. यह वैरिएंट फेफड़े की कोशिकाओं में चिपक जाता है. साथ ही शरीर के एंटीबॉडी (बीमारी से लड़ने) की क्षमता को भी प्रभावित करता है.
देश के 12 राज्यों में मिले डेल्टा प्लस के 51 मामले
देश के 12 राज्यों में डेल्टा प्लस के 51 मामले सामने आ चुके हैं. इस वैरिएंट से महाराष्ट्र में 22, तमिलनाडु में 09, मध्यप्रदेश में 07, केरल में 03, पंजाब में 02, गुजरात में 02, आंध्र प्रदेश में 01, ओडिशा में 01, राजस्थान में 01, जम्मू कश्मीर में 01, हरियाणा में 01 और कर्नाटक में 01 मरीज पाये गए हैं.
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डेल्टा प्लस प्रभावित राज्यों के संक्रमितों के सैंपल की होगी सिक्वेंसिंग
स्वास्थ्य विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि डेल्टा प्लस से प्रभावित राज्यों से झारखंड आने वाले लोग यदि कोरोना संक्रमित पाए जाते हैं तो उन्हें अविलंब कोरोना हॉस्पिटल में भर्ती किया जाएगा. साथ ही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया को भी अपनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि इन राज्यों से आने वाले संक्रमित व्यक्ति के सैंपल को होल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए आईएलएस (ILS) लैब भुवनेश्वर भेजा जाएगा. ताकि कोरोना के म्यूटेंट का पता लगाया जा सके.
डेल्टा प्लस के लक्षण इस प्रकार हैं
डेल्टा प्लस में पेट दर्द, भूख न लगना और उल्टी की समस्या सामने आ रही है. डेल्टा प्लस के वायरस में वैक्सीन कितना कारगर है, इसकी अध्ययन किया जा रहा है. 7-8 दिन के अंदर इसकी रिपोर्ट आ जाएगी.
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