पूर्ववर्ती छात्रों ने संस्थान को दिए 5 लाख के ट्रैक्टर टैंकर
Sindri : बीआईटी सिंदरी में वैश्विक वार्षिक अनुसंधान सम्मेलन 2023 का आयोजन हुआ. इसमें विश्व भर से आए संस्थान के पूर्ववर्ती विद्यार्थियों को एकत्र करने का मंच प्रदान किया गया. पूर्ववर्ती छात्र एसएन शर्मा ने केमिकल इंजीनियरिंग शाखा को एक करोड़ रुपए की स्पॉन्सरशिप दी. वहीं, संस्थान के छात्र रहे हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के अधिकारी संजय पंजियार ने 5 लाख रुपए का ट्रैक्टर टैंकर सौंपा.
कार्यक्रम का शुभारंभ लैंप प्रकाशन से हुआ. मुख्य अतिथि जेयूटी के कुलपति डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह ने अलुमनाई सदस्यों को संबोधित करते हुए संस्थान के समग्र विकास पर प्रकाश डाला. निदेशक प्रो पंकज रॉय ने कहा कि पूर्ववर्ती छात्रों का निरंतर समर्थन हमारे पुराने छात्र समुदाय के बीच बंधन को मजबूत किया है. बिटसा के सचिव उमेश प्रसाद साह ने भी विचार व्यक्त किए. कहा कि पूर्ववर्ती छात्रों ने स्मार्ट कक्षाओं को निजीकृत करना, उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए बीआईटी सिंदरी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करना, आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को प्रायोजित करना, व्यक्तित्व विकास में मदद करना, उभरते स्टार्टअप को सलाह देना और व्यक्तिगत मोर्चों पर संकट के क्षणों में आगे आकर काफी मदद की है.डीन अलुमनाई अफेयर्स के प्रो प्रकाश कुमार ने बिटसा के अलग अलग चैप्टर्स, बिट्साना और बिट्सा इंटरनेशनल के योगदान के लिए कृतज्ञता व्यक्त की.
अलुमनाई छात्रों ने 8 इंजीनियरिंग छात्राओं को दी स्कालरशिप
Sindri : केन्द्र सरकार की योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बीआईटी सिंदरी की आठ छात्राओं को बीआईटी के जमशेदपुर निवासी पूर्ववर्ती छात्रों ने स्कालरशिप प्रदान की है. बीआईटी सिंदरी के देशपाण्डे आडिटोरियम में रविवार को आयोजित अलुमनाई मीट में जमशेदपुर चैप्टर के अध्यक्ष अतुल राय और कोआर्डिनेटर पवन ओझा ने इसकी घोषणा की. इसमें सभी आठ छात्राओं को एक वर्ष के लिए 25 हजार रुपए की स्कालरशिप दी जाएगी. उनकी प्रतिभा के आधार पर इसमें अगले वर्ष बढ़ोतरी की जाएगी. इनमें वर्ष 2021 बैच की केमिकल इंजीनियरिंग की छात्रा संगीता और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की सौम्या शामिल हैं. वर्ष 2022 की मेटलर्जी इंजीनियरिंग की अंशिका और प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग की मृदुला खुशी को भी स्कालरशिप दी गई है. वर्ष 2023 बैच की केमिकल इंजीनियरिंग की प्रिया कुमारी, मेटलर्जी इंजीनियरिंग की अक्षरा राजगढ़िया, सिविल इंजीनियरिंग की सौम्या कुमारी और मुस्कान कुमारी का भी चयन किया गया है. बीआईटी सिंदरी के 1989 बैच के छात्र और कार्यक्रम कोआर्डिनेटर पवन ओझा ने बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य कमजोर वर्ग की लड़कियों के सफल इंजीनियर बनने और अपने करियर में आगे बढ़ने के सपने को पूरा करना है। अध्यक्ष अतुल राय ने इस परियोजना को कमजोर वर्ग की इंजीनियरिंग छात्राओं के उत्थान की दिशा में अहम कदम बताया.
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