Dhanbad: धनबाद (Dhanbad) नालसा के निर्देश पर वर्ष 22 के तीसरे नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन शनिवार 13 अगस्त को धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा के चेयरमैन राम शर्मा ने किया. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हर व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक एवं सस्ता सुलभ न्याय की गारंटी देता है. नेशनल लोक अदालत संविधान की परिकल्पना को पूरा करने की दिशा में एक कदम है. उन्होंने कहा कि महीनों कोर्ट का चक्कर लगाने और पैसे की बर्बादी से लोक अदालत में ही बचा जा सकता है. मानसिक शांति भी मिलती है. प्रेम और सौहार्द फिर बन जाता है. लोगों में प्रेम, शाति,समृद्धि और समरसता बनाये रखना लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि लोक अदालत में किसी पक्ष की हार नहीं होती, बल्कि दोनों पक्ष जीतकर जाते हैं. उन्होंने कहा कि 23 नवम्बर 2013 से पूरे देश में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हर तीन माह मे किया जा रहा है.
मिलती है कानूनी पचड़ों से मुक्ति : संजय कुमार सिंह
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत आम आदमी के हित में है. बिना प्रशासनिक सहयोग के समाज तक न्याय नहीं पहुंचा सकते. उन्होंने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से व्यापक पैमाने पर मुकदमों का निष्पादन किया जा रहा है, जिसमें समय की बचत के साथ वादकारियों को विभिन्न कानूनी पचड़ों से मुक्ति मिल रही है. अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुलदीप मान ने कहा कि लोक अदालत एक ऐसा मंच है, जहां तत्काल प्रभाव में मामला निपट जाता है और विवाद आगे नहीं बढ़ पाता.
चार लोगों को दस लाख रुपये का चेक
मुकदमों को निपटाने के लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आदेश पर 18 बेंच का गठन किया गया था. जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव अवर न्यायाधीश नितासा बारला ने बताया कि 55 हजार 620 विवादों का निपटारा कर दिया गया तथा कुल 128 करोड़ 97 लाख 63 हजार 133 रुपये की रिकवरी की गई है. उन्होंने बताया कि हमीदा खातून समेत चार लोगों को दस लाख रुपये का चेक का वितरण किया गया. नेशनल लोक अदालत सुबह 10:30 बजे से शुरू हुई है जो 3:00 बजे तक चली. उन्होंने बताया कि मौके पर हमीदा खातून समेत चार लोगों को दस लाख रुपए का चेक का वितरण किया गया. उन्होंने आम लोगों से विवादों का अधिक से अधिक निपटारा लोक अदालत के माध्यम से कराने की अपील की.
मौजूद थे कई न्यायाधीश व अधिवक्ता
न्यायिक पदाधिकारियों में प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय तौफीकुल हसन, अपर प्रधान न्यायाधीश फैमिली कोर्ट प्रेमलता त्रिपाठी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश कुमार श्रीवास्तव, स्वयंभू, राजकुमार मिश्रा, लेबर जज नीरज कुमार श्रीवास्तव, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुलदीप, अवर न्यायाधीश, राजीव त्रिपाठी,, प्रज्ञेश निगम, स्थायी लोक अदालत के चेयरमैन पीयूष कुमार, शिवम चौरसिया, राकेश रोशन, अभिषेक श्रीवास्तव, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी, अंकित कुमार सिंह मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रेलवे , मनोज कुमार इंदवार न्यायिक दंडाधिकारी जेजेबी, पंचम कुमार सिन्हा, अमर प्रसाद नीलाम पत्र पदाधिकारी, शिप्रा अध्यक्ष उपभोक्ता फोरम, डालसा के पैनल अधिवक्ता, सोनिया कुमारी, सुधीर कुमार सिन्हा, संदीप कुमार, नीरज कुमार सिन्हा, जय राम मिश्रा, श्रीराम सिन्हा, संजीव कुमार पांडे ,अनिरुद्ध सिंह, विनोद कुमार, तारक नाथ चौबे, जितेंद्र कुमार, जमशेद काजी, अरविंद कुमार सिन्हा, प्रीतम कुमार बंटी ,नीरज कुमार, सुभाष चंद्रा,पंचानन सिंह,डालसा सहायक, सौरव सरकार, अरुण कुमार, संजय सिन्हा, अनुराग पांडे, अक्षय कुमार, हेमराज चौहान ,चंदन कुमार, राजेश कुमार सिंह डीपेंटी गुप्ता, गीता कुमारी, आदि मौजूद थे। सचिव श्रीमती बारला ने सभी का आभार प्रकट किया.
यह भी पढ़ें: धनबाद: गौरव यात्रा में फोटो खिंचाने को आपस में भिड़े कांग्रेसी, जमकर हुआ हंगामा