रिंकू ने आशीष के साथ प्लानिंग कर रितेश को यूपी से बुलाया
बाइक चोरी में जेल भिजवा कर अमन की करा दी हत्या
Dhanbad : धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत पांच लोगों की हत्या में जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह की जेल से लेकर पूरे कोयलांचल में हुकूमत चलती थी. यूपी के अंबेडकर नगर निवासी अमन सिंह को भी पता था कि वह प्रयागराज (इलाहाबाद) के रिंकू सिंह की बदौलत ही धनबाद में अपराध जगत का बादशाह बना हुआ है. वह कोयला कारोबारियों और व्यवसायियों से रंगदारी में हर महीने 30 से 50 लाख रुपये कमाने लगा. वहीं, रिंकू को कुछ हिस्सा देकर नजरअंदाज करने लगा. हीरापुर के आशीष रंजन उर्फ छोटू के साथ भी अमन ने ऐसा ही किया, जो उसके लिए काल बन गया.
सूत्रों के अनुसार, 23 मार्च 2017 को नीरज सिंह की हत्या के मामले करीब डेढ़ महीने बाद मई 2017 में मिर्जापुर की एसटीएफ टीम ने अमन को गिरफ्पतार किया था. बारी-बारी से रिंकू, कुर्बान, शिबू समेत कई आरोपी पकड़े गए और सभी को धनबाद जेल भेजा गया. अमन सिंह धनबाद जेल में रहकर लोकल गैंग के संपर्क में आया. फिर, व्यवसायियों और कोयला कारोबारियों के मोबाइल नंबर जुगाड़ कर उनसे रंगदारी मांगना शुरू कर दिया. इसी बीच 2019 में सरायढेला के जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या हो गई. इस कांड में कोयलांचल के कुख्यात शूटर आशीष रंजन और सतीश साव उर्फ गांधी को पुलिस ने गिरफ्केतार कर धनबाद जेल भेज दिया. जेल में पहले से मौजूद अमन सिंह ने चालाकी दिखाई और कोयलांचल में मजबूत पकड़ बनाने के लिए छोटू और गांधी से दोस्ती कर ली. कुछ महीने बाद छोटू और गांधी जेल से छूट गए. जेल से बाहर आते ही दोनों गैंग संभालने लगे और रिंकू व अमन के कहने पर काम करने लगे. बॉक्स
रिंकू ने आशीष के साथ की प्लानिंग
सूत्रों के अनुसार नीरज सिंह हत्याकांड में रिंकू सिंह जेल से छूटने के बाद प्रयागराज गया. फिर वहां से उसने आशीष सिंह उर्फ छोटू व गांधी से मोबाइल पर संपर्क कर अमन की हत्या करने के लिए प्लानिंग की. रिंकू ने छोटू व गांधी को कहा कि जिस तरह यूपी के डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या बागपत जेल में की गई थी, उसी तरह अमन सिंह की हत्या करायी जा सकती है. मुन्ना बजरंगी को मारने के लिए एक अपराधी को बाहर से किसी मामले में जेल भेजा गया और मौका मिलते ही हत्या करा दी गई. फिर रिंकू ने रितेश यादव से संपर्क कर धनबाद भेजा और बाइक चोरी के मामले में मुनीडीह पुलिस के माध्यम से जेल पहुंच गया. उसके बाद यूपी से पिस्टल मंगाकर सेंटिंग के तहत रितेश तक पहुंचा गया. जहां कुछ बंदियों के सहयोग से 3 दिंसबर को दिनदहाड़े अमन सिंह की जेल अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी.
लाला खान की हत्या के बाद हिस्सा नहीं मिलने पर अमन से अलग हुआ था छोटू
सूत्रों के अनुसार, 12 मई 2021 को वासेपुर में लाला खान की हत्या के बाद तय हिस्सा नहीं मिलने पर अशीष रंजन उर्फ छोटू अमन सिंह से अलग हो गया. अमन सिंह ने छोटू को कह दिया कि वह अपने दम पर कोयलांचल में राज कर रहा है. छोटू जैसे दर्जनों युवक उसके साथ हैं, जो रंगदारी मांगने और गोलियां चलाने का काम करते हैं. छोटू उसके साथ रहे या न रहे, कोई फर्क नहीं पड़ता है. लाला से एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. नहीं देने पर छोटू ने गैंग के साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी. अमन व छोटू में अदावत होने के बाद अमन ने छोटू को रास्ते से हटाने को योजना बनायी थी. भनक मिलने के बाद उसे रिंकू का सहयोग मिला और अमन का अंत हो गया.
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