Ram murti Pathak
Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) दुर्गा पूजा को लेकर धनबाद में पंडालों को भव्य रूप देने की तैयारी शुरू हो गई है. 14 दिन बाद 26 सितंबर को शरद नवरात्र शुरू हो जाएगा. कोरोना महामारी के दो साल बाद दुर्गा पूजा की पुरानी रौनक लौट आई है. इस साल त्योहार की आगवानी के लिए बाजार भी तैयार दिख रहा है. कई जगहों पर पंडाल को आकर्षक रूप देने में कारीगर जुटे हुए हैं. धनबाद के भूली, बरमसिया, स्टीलगेट, हाउसिंग कॉलोनी, रांगाटाड आदि जगहों पर भव्य व आकर्षक पंडाल बनाये जा रहे हैं.
स्टील गेट में दिखेगा खजुराहो का मंदिर
स्टील गेट में आकर्षक पंडाल के साथ मेले का आयोजन किया जाता है. दो साल के अंतराल के बाद 34 वें साल में श्री श्री दुर्गा पूजा समिति सरायढेला कोलाकुसमा ने भव्य आयोजन की तैयारी जोर शोर से शुरू कर दी है. इस बार खजुराहो के प्रसिद्ध मंदिर की तर्ज पर माता का दरबार तैयार किया जा रहा है. एस प्रसाद सिंह ने बताया कि पंडाल 80 फीट ऊंचा और 110 फीट चौड़ा होगा. पंडाल में 5 हजार से ज्यादा बांस का उपयोग होगा. आयोजन समिति के अध्यक्ष शंकर प्रसाद सिंह ने कहा की इको फ्रेंडली पूजा पंडाल और प्रतिमा में केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.
भुदा में दिखेगा दक्षिण भारत का मंदिर
भुदा के रानी रोड़ स्थित श्री श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति की ओर से इस वर्ष दक्षिण भारत के मंदिरों की तर्ज पर भव्य पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. समिति के एक पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने ताया कि यहां करीब 65 फीट ऊंचा व 50 फीट लंबे कपड़े और थर्माकोल से पंडाल बनाया जा रहा है.
हरि मंदिर में यादव समाज प्रतिमा को देता है कंधा
हीरापुर हरि मंदिर की दुर्गा पूजा पूरे जिले में चर्चित है. यहां 9 दशक से पारंपरिक तरीके से दुर्गा पूजा मनाई जाती है. यहां देश की आजादी से 14 साल पहले वर्ष 1933 में दुर्गा पूजा आरंभ हुई थी. एस प्रमाणिक ने बताया कि इस बार 90 वां दुर्गोत्सव मनाया जाएगा. हरि मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा खास होती है. बांस के ढांचा पर दशकों से प्रतिमा बनाने की परंपरा चलीआ रही है. इस बार फिर एक ही ढांचा पर देवी दुर्गा की प्रतिमा बनाई जाएगी. मूर्तिकार दुलाल पाल प्रतिमा को आकार दे रहे हैं. नवरात्र की षष्ठी तिथि को प्रतिमा स्थापित कर पूजा आरंभ की जाएगी. दसवीं के दिन सभी महिलाएं मां दुर्गा की विदाई पर सिंदूर खेला खेलती हैं. सिंदूर खेला के साथ महिलाएं मां को विदाई देते तालाब तक जाती हैं. विसर्जन के दिन यादव समाज के लोग मां की प्रतिमा को कंधा देते हैं. दशकों से यह परंपरा चली आ रही है.
तेतुलतल्ला में केदार नाथ मंदिर
पुराना बाजार पानी टंकी स्थित श्री श्री सार्वजनिक तेतुलतला दुर्गा पूजा समिति की ओर से इस वर्ष पंडाल में लोगों को केदारनाथ मंदिर का भव्य रूप देखने को मिलेगा. सुरेंद्र यादव ने बताया कि करीब 45 फीट ऊंचे और 50 फीट लंबे पंडाल के अंदर मंदिर की गुफाओं का नजारा होगा.
झारखंड मैदान में दिखेगा नाइजीरिया फेस्टिवल
हीरापुर झारखंड मैदान में इस साल दुर्गोत्सव के अवसर पर नाइजीरिया फेस्टिवल का नजारा दिखेगा. विकास साव ने बताया कि इस बार 65 फीट ऊंचा और 80 फीट चौड़ा पंडाल बनाया जा रहा है. पंडाल के बाहर और अंदर खूबसूरत मछली नुमा माता के दर्शन होंगे. सत्यम शिवम सुंदरम दुर्गा पूजा कमेटी के सभी पदाधिकारी और सदस्य आयोजन की तैयारी में जुट गए हैं.
मनईटांड़ पानी टंकी में मां दुर्गे की झलक
मनईटांड़ पानी टंकी के पास पूरा पूजा पंडाल ही इस बार मां दुर्गे की झलक प्रस्तुत करेगा. नवयुवक संघर्ष समिति अपने आयोजन के 51 वें साल में करीब 50 फीट ऊंचा 45 फीट लंबा पंडाल तैयार करा रही है. इसके बाहरी हिस्से में फोम से माता का रूप उकेरा जाएगा. फोम से पंडाल के अंदर झांकियों को सजाया जाएगा. पंडाल के बीचो-बीच मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित होगी. श्यामल सेन ने बताया कि विसर्जन में समिति के सदस्य प्रतिमा को कंधों पर पूरी सादगी के साथ मनईटांड़ छठ घाट तक ले जाते हैं.
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