Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) सावन की समाप्ति के बाद 13 अगस्त शनिवार से शहर के चिकन, मटन, व मछली दुकानों की रंगत वापस लौट आई है. पिछले 1 माह से इन दुकानों पर सन्नाटा पसरा था. परंतु अब दुकानदारों को ग्राहकों से फुर्सत नहीं है. दुकानों पर खरीदारों भीड़ लगी हुई है. हालांकि शनिवार होने के कारण कई दुकानों में कम ग्राहक पहुंचे. बावजूद पिछले माह की अपेक्षा बिक्री 80 % तक बढ़ गई है. ग्राहकों को देख दुकानदारों के चेहरे बी चमक रहे हैं.
दुकानदारों ने जमा कर रखे थे स्टॉक
शनिवार को धनबाद के बाजार में मीट, मछली एवं मुर्गा की जमकर बिक्री हुई. विभिन्न चौक-चौराहों पर चिकन, मटन व मछली की दुकानों पर देर शाम तक खरीदारों की भीड़ लगी रही. इसके लिए दुकानदारों ने पहले से ही स्टॉक भी कर रखा था. बाजार में इनका भाव भी चढ़ा रहा. लोकल मछली 300 से 350 एवं आंध्र प्रदेश की मछली 200 से 250 किलो तक बिकी. मटन 600 से 650 रुपये और पोल्ट्री चिकन 200 से 250 रुपये किलो तक बिका. हालांकि, शनिवार रहने के कारण कुछ लोगों ने मांसाहारी भोजन से परहेज किया.
पूरे सावन बंद रहे दुकान व होटल
सावन में लोग मांसाहार से परहेज करते हैं. इस कारण मीट, मछली व मुर्गा दुकानें लगभग बंद थी. मांसाहार परोसनेवाले शहर के कई होटल भी महीने भर के लिए बंद कर दिए गए थे. होटल मालिकों का कहना था कि सावन में मीट मछली व मुर्गे की बिक्री नहीं के बराबर होती है. ऐसे में होटल चलाना घाटे का सौदा हो सकता था.
दुकानदारों के चेहरे पर लौटी रौनक
मीट मछली व मुर्गा विक्रेताओं के चेहरे पर रौनक लौट आई है. उनकी दुकानों पर ग्राहकों की भी भीड़ लगी हुई है. जानकारी देते हुए पुलिस लाइन स्थित मटन विक्रेता राजा ने बताया कि पूरे सावन माह हालत काफी गड़बड़ रही. वह बताते हैं कि ऐसा प्रत्येक साल होता है. लेकिन सावन बीतते ही इसकी भरपाई भी हो जाती है.
चंपारण मीट हाउस भी हुआ गुलजार
शहर के सबसे फेमस और ज्यादा मटन हांडी बेचने वाले चंपारण मीट हाउस में भी रौनक लौट आई है. सावन प्रवेश करते ही चंपारण मीट की कई दुकानों पर ताला लटक गया था. अब फिर इन दुकानों में ग्राहकों की आमद बढ़ गई है. मीट हाउस के कारीगर बताते हैं कि पिछले माह सावन के कारण दुकानदारी में लगभग 70% की कमी हो गई थी. इसीलिए हाउस बंद करने का फैसला लिया. अब सावन गुजर चुका है और फिर नई उम्मीद के साथ दुकानें खुल गई हैं.
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