Maithon : डीवीसी मैथन के परियोजना प्रमुख अंजनी कुमार दुबे ने कहा कि वर्ष 2030 तक डीवीसी अपनी बिजली उत्पादन क्षमता में 3720 मेगावाट की वृद्धि करेगा. इस पर करीब 27435 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है. वह 20 मार्च को मैथन डैम स्थित मजूमदार निवास में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में मीडिया से बात कर रहे थे. कहा कि डीवीसी थर्मल एवं पनबिजली के आलावे अन्य क्षेत्रों में भी कदम रखने जा रही है, जिसके तहत लुगु पहाड़ी गोमिया में 1500 मेगावाट क्षमता का पंप स्टोरेज प्लांट लगाया जाएगा. इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है.

उन्होंने कहा कि डीवीसी का 2046 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगाने की योजना है. ये प्लांट डीवीसी के जलाशयों में लगाए जाएंगे. वहीं, खाली जमीन पर 1032 मेगावाट का ग्राउंड माउंटेड सोलर प्लांट लगाए जाएंगे.
कमांड एरिया में 75 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन बनेंगे
परियोजना प्रमुख ने कहा कि संस्थान 100 टन ग्रीन हाईड्रोजन प्रतिदिन उत्पादन करने की योजना है. ये हाइड्रोजन विशेष रूप से स्टील प्लान्टों को मुहैया कराया जायेगा. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मैथन, पंचेत, कोनार और तिलैया में सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. डीवीसी अपने कमांड एरिया में 75 विद्युत वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेगा. चूंकि डीवीसी के करीब सारे सब स्टेशन एनएच या राज्य राजमार्ग पर हैं, इसी कारण मुख्य सड़कों पर ये चार्जिन स्टेशन लगाए जायेंगे. ये सभी कार्यक्रम चरणबद्ध तरीके से 2030 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है. मोके पर डीवीसी के अधिकारी राकेश रंजन केसरी, लोमस कुमार, प्रवीण कुमार, संजय प्रियदर्शी आदि उपस्थित थे.
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