Dhanbad: राज्य में बाल श्रमिकों की सुरक्षा की बातें की जाती हैं. उस पर चर्चा की जाती है. सेमिनार किये जाते हैं, ताकि लोगों में जागरुकता बढ़े. बच्चों को शिक्षा और सुरक्षा मिल सके. लेकिन ऐसा कम ही हो पाता है. जब प्रशासन द्वारा छापामारी अभियान चलाया जाता है तब सच्चाई सामने आती है. ऐसा ही एक मामला धनबाद में आया. धनबाद के बाघमारा में उपायुक्त उमा शंकर सिंह के निर्देश पर श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार के नेतृत्व में बाघमारा बाजार स्थित हिंदुस्तान बेकरी में मंगलवार को सघन छापामारी अभियान चलाया गया. श्रम अधीक्षक के नेतृत्व में चले इस अभियान में कुल 13 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया.
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बच्चों को पुनर्वास योजना से जोड़ा जायेगा
जब छापेमारी टीम पहुंची तो उन्हें देखकर सभी अचंभित हो गये. उन्हें अंदाजा नहीं था कि कोई टीम यहां अचानक जांच करने आ जायेगी. छापेमारी का नेतृत्व कर रहे श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार ने बताया कि धनबाद उपायुक्त के निर्देशानुसार श्रम अधिनियम के तहत मंगलवार को बाघमारा स्थित हिंदुस्तान बेकरी में छापेमारी कर 13 बच्चों को मुक्त कराया गया है. उपायुक्त के निर्देशानुसार इन सभी को पुनर्वास योजना से जोड़ा जायेगा. सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन धनबाद के माध्यम से बाल कल्याण समिति को सोंप दिया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि श्रम अधिनियम के तहत बेकरी के संयोजक पर भी कड़ी कानूनी करवाई की जायेगी.
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बेकरी में काफी अनियमितताएं थीं
छापेमारी के दौरान टीम को हिंदुस्तान बेकरी में काफी अनियमितता देखने को मिली. वहां नियम का पालन नहीं किया जा रहा था. सफाई पर पूरा ध्यान नहीं दिया जा रहा था. बच्चों के भोजन की उचित व्यवस्था नहीं थी. वहीं टीम में शामिल झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष शंकर रवानी ने बताया कि धावा दल द्वारा दो दिनो में कुल 25 बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया है. ये सभी बच्चे जामताड़ा, मधुपुर, देवघर, नारायणपुर और टुंडी के रहने वाले हैं. फिलहाल सभी बच्चों को स्वास्थ्य एवं कोविड जांच कराकर चाइल्ड लाइन धनबाद को सोंप दिया जायेगा ।
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