Nirsa : निरसा (Nirsa) बिहार फायर ब्रिक्स खेल मैदान और उसके आसपास की सरकारी जमीन पर भू माफियाओं की गिद्ध दृष्टि है. भू माफिया फर्जी कागजात के जरिये कई एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने की फिराक में हैं. आदिवासी रैयतों को मोहरा बना कर जमीन की प्लाटिंग कर ऊंचे दामों में बेची जा रही है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है. गोपीनाथपुर पंचायत के पूर्व मुखिया रामदेव पासवान ने आंदोलन का मूड बनाया है. मुखिया बंदना देवी ने एग्यारकुंड सीओ को लिखित शिकायत भी दी है.
वन विभाग ने भी नहीं की कार्रवाई
स्थानीय अमित शर्मा, पवन सिंह, अजय यादव, श्याम सिंह, अशोक राय आदि ने बताया कि अंग्रेजों के जमाने का बिहार फायरब्रिक्स खेल मैदान का अस्तित्व खतरे में है. मैदान परिसर स्थित डिस्पेंसरी पर कब्जा जमा लिया गया है. भू माफिया अब खेल मैदान व उसके आसपास की सरकारी जमीन पर भी अवैध कब्जा करने में लगे हुए हैं. खेल मैदान के समीप कालोनी वासियों द्वारा लगाये गये पेड़ों को भी काटा जा रहा है. मुखिया एवं ग्रामीणों द्वारा वन विभाग को सूचना दी गई है. परंतु वन विभाग ने भी कोई कार्रवाई नहीं की. अब मुखिया के नेतृत्व में सभी ग्रामीण मोर्चा बनाकर खुद भू माफियाओं को खदेड़ने का काम करेंगे. कहा कि पहले भी भू माफियाओं को खदेड़ने का काम किया गया है. किसी भी सूरत में खेल मैदान के अस्तित्व को खत्म नहीं होने देंगे.
जांच रिपोर्ट मिलते ही होगी कार्रवाई : अमृता कुमारी
सीओ अमृता कुमारी ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. विगत 2 जुलाई को मुखिया वंदना देवी से लिखित शिकायत मिली है. अंचल निरीक्षक को इस मामले में जांच का आदेश दे दिया गया है. जांच रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी. सरकारी जमीन को हर हाल में बचाना हमारा काम है.
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