Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) झरिया बस्ताकोला स्थित मंदबुद्धि शैक्षणिक संस्था जीवन लंबे समय से विवादों में है. असहाय, निरुपाय बच्चों की देखभाल करनेवाली इस संस्था में विगत 4 माह के अंदर दो बच्चों की मौत हो चुकी है. एक बच्चे को बुरी तरह पीटने का भी आरोप परिजन लगा चुके हैं. विगत 30 अक्टूबर रविवार को जीवन के संरक्षण में रह रहे 15 वर्षीय बच्चे अभिषेक कुमार की मौत हो गई. संस्था की ओर से बताया गया कि उसे मिरगी का दौरा पड़ा, जिसमें वह गिर कर घायल हो गया. उसे एसएनएमएमसीएच ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
उपायुक्त के आदेश पर हो रही है जांच
इस मामले को उपायुक्त संदीप सिंह ने गंभीरता से लेते हुए सीडब्ल्यूसी और कल्याण विभाग को जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. उसी आदेश पर बुधवार 2 नवंबर को समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेहा काश्यप और सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी संस्था तक पहुंचे और संचालक अनिल कुमार सिंह से पूछताछ की. उन्होंने संस्था को भी घूम फिर कर देखा.
पहले भी हो चुकी है मौत व बच्चे की पिटाई
इससे पहले 15 जुलाई को बच्ची गौरी कुमारी की मौत हो गई थी. फिर 17 जुलाई को बालक बादल पाठक को बुरी तरह से पीटा गया और आयरन से जलाया गया था. काफी बवाल हुआ व परिजनों ने सीडब्ल्यूसी और उपायुक्त से शिकायत की थी. थाना में एफआईआर भी हुई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
सरकार से नहीं मिलता है अनुदान: संचालक
जीवन संस्था का संचालन 1992 से हो रहा है. यहां दिव्यांग और मंदबुद्धि बच्चों की देखभाल के साथ उन्हें शिक्षित किया जाता है. जीवन के संचालक अनिल कुमार सिंह ने कहा कि फिलहाल संस्था में 13 बच्चे हैं. सभी यहीं रहते हैं. 65 बच्चे और भी नामांकित हैं, जो परिजन के साथ कभी कभी यहां आते हैं, फिर चले जाते हैं. बताया कि सरकार की ओर से उन्हें कोई अनुदान नहीं मिलता है. चार वर्ष पहले 2 साल तक कुछ अनुदान मिला था. फिर बंद हो गया. बताया कि समाज के सहयोग से संस्था चलती है. उन्होंने बताया कि 13 बच्चों में अधिकतर अनाथ हैं, जिन्हें सीडब्ल्यूसी की ओर से सुपुर्द किया गया है.
यह भी पढ़ें: धनबाद: चासनाला में अधिवक्ता के पुत्र पर जानलेवा हमला, जांच में जुटी पुलिस