Dhanbad : झमाड़ा कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे आश्रितों से 13 मार्च रविवार को धनबाद विधायक राज सिन्हा मिले और उन्हें हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया. विधायक के अश्वासन पर आश्रितों के चेहरे खिल उठे. विधायक ने दूरभाष पर झमाड़ा के एसडीएम इंद्र देव शुक्ला से भी बात की. बाद में मीडिया से बात करते हुए विधायक ने कहा कि झमाड़ा में पहले से ही मैन पावर की कमी है. मार्च में 160 से अधिक कर्मी रिटायर भी हो रहे हैं. बावजूद धरना पर बैठे मृत कर्मियों के आश्रितों को नियोजन नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि झमाडा की स्थिति को देखते हुए उन्होंने सरकार से कह कर बाजार फीस और जल शुल्क में बढ़ोतरी कराई थी. उन्होंने कहा कि अब तो झमाडा की आय में भी इजाफा हो रहा है. फिर भी झमाडा अधिकारी कर्मियों को नियोजन देने में आनाकानी कर रहे हैं. उन्होंने इस मुद्दे को झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में भी उठाने की बात कही. धरना पर बैठे मृत कर्मियों के आश्रितों का कहना है कि 103 लोगों के नियोजन संबंधित कागजात प्रबंधन के पास हैं, जिसमें 56 लोगों को नियोजन देने पर सहमति भी हो गई थी. झमाडा प्रबंधन सरकार के आदेश का भी उलंघन कर रहा है. उन्होंने कहा कि विधायक के आश्वासन से उनकी उम्मीद जगी है.
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