Dhanbad: धनबाद (Dhanbad) झारखंड यूरोलॉजी सोसायटी के तीसरे वार्षिक सम्मेलन में 17 जुलाई को यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर राजकुमार शर्मा ने कहा कि यूरोलॉजी यानी किडनी और इससे संबंधित बीमारियों का इलाज काफी महंगा होता है. उन्होंने कहा कि गांवों अथवा दूर-दराज के लोग ऐसी बीमारी के इलाज के लिए यूरोलॉजिस्ट के निकट पहुंच ही नहीं पाते हैं. इस सम्मेलन के बाद लोगों तक मैसेज पहुंचेगा कि यूरोलोजिस्टर बीमारी से कैसे बचा सके या फिर इलाज की कैसी व्यवस्था करने की जरूरत है.
डॉ एस के कारण ने कहा कि यूरोलॉजी सुपरस्पेसियलिटी की श्रेणी में आता है. इलाज के लिए ब्रेन पावर, मैन पावर और इंफास्ट्रक्चर की आवश्यकता होती है. धनबाद में इसका इलाज 1996 में शुरू हुआ. इसके पहले लोग इलाज के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, वेल्लोर आदि का रुख करते थे. परंतु अब धनबाद में ही इसका इलाज संभव है.
यूरोलॉजी सोसायटी का सम्मेलन गोविंदपुर के वेडलॉक रिसोर्ट में शनिवार जुलाई को 16 शुरू हुआ था और आज 17 जुलाई को संपन्न हो गया. डॉक्टर रोहित कुमार ने बताया कि धनबाद में यह सम्मेलन पहली बार हुआ, जिसमें देश के प्रसिद्ध यूरोलॉजिस्ट पहुंचे. सम्मेलन में यूरोलॉजी के क्षेत्र में विभिन्न बदलावों की जानकारी दी गई. सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि कोलकाता से डॉ कल्याण सरकार, डॉ आरके गोपालकृष्णन एवं डॉ जय चक्रवर्ती मौजूद थे. एम्स भुवनेश्वर से डॉ प्रशांत नायक, नई दिल्ली से डॉ गौतम बांगा, डॉ अनुज पौल भाटिया और डॉ नीरज भी पहुंचे हुए थे.
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