Dhanbad: धनबाद (Dhanbad) बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के परीक्षा बोर्ड की बैठक गुरुवार 23 जून को डीएसडब्ल्यू डॉ देवजानी विश्वास की अध्यक्षता में हुई. कुलपति डॉ सुखदेव भोई भेलाटांड़ में निर्माणाधीन विवि भवन का निरीक्षण करने गए थे. इसी कारण बैठक में मौजूद नहीं हो सके. बोर्ड की बैठक में पीजी सेमेस्टर फोर सत्र 2019-21 और एमए इन एजुकेशन सत्र 2021-23 की परीक्षा जुलाई के दूसरे सप्ताह में लेने का निर्णय लिया गया. बैठक में बीबीएमकेयू के पहली पीएचडी एंट्रेंस परीक्षा का कट ऑफ तय करने की भी रणनीति बनाई गई.
बैठक में मौजूद डीन एवं विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया गया कि वे कट ऑफ तय करने के लिए वर्कआउट कर किसी नतीजे पर पहुंचें. परीक्षा नियंत्रक डॉ सुमन कुमार वर्णवाल ने बताया कि पीएचडी एनरोलमेंट के लिए सीट के मुकाबले दोगुना रिजल्ट जारी किया जाएगा. प्रत्येक एक सीट के लिए दो रिजल्ट जारी किया जाएगा. ऐसे में पीएचडी की 230 सीट के लिए 460 विद्यार्थियों के रिजल्ट निकलने की संभावना है. इसके बाद इंटरव्यू के जरिये अंतिम रूप से चयन कर फाइनल रिजल्ट निकाला जाएगा.
बदलेगा यूजी में कोर पेपर का क्रेडिट सिस्टम
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि यूजी और पीजी में कोर पेपर में विद्यार्थियों का क्रेडिट सिस्टम अलग-अलग हैं. बता दें कि यूजी में कोर-वन और कोर-2 के लिए छह-छह क्रेडिट तय किए गए हैं, लेकिन किसी एक कोर पेपर में भी फेल हो जाने पर विद्यार्थियों का टोटल क्रेडिट शून्य हो जाता है, जिससे उन्हें दूसरे कोर पेपर में अच्छा अंक प्राप्त होने पर भी कोई लाभ नहीं होता और उन्हें अगली बार दोनों कोर पेपर की परीक्षा देनी होती है.
प्रपोजल एकेडेमिक काउंसिल की बैठक में रखा जाएगा
इसके विपरीत पीजी के दोनों कोर पेपर में से किसी एक में फेल हो जाने पर भी दूसरे कोर का क्रेडिट बरकरार रहता है. विद्यार्थियों को अगले सेमेस्टर में केवल उसी कोर पेपर की परीक्षा में भाग लेना होता है, जिसमें वे फेल होते हैं. परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि पीजी में लागू क्रेडिट सिस्टम को यूजी में भी लागू कराने के लिए प्रपोजल एकेडेमिक काउंसिल की बैठक में रखा जाएगा. बैठक में सभी विभागों के डीन, विभागाध्यक्ष डीएसडब्ल्यू के साथ अन्य मौजूद थे.
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