झारखंड प्राथमिक शिक्षा निदेशक को पत्र किया फॉरवर्ड, भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष ने लिखा था पत्र
Dhanbad : बीपीएल कोटे से नामांकन को लेकर झारुडीह मध्य विद्यालय में 8 जुलाई को लगाए गए शिकायत निवारण शिविर में हंगामा किए जाने और भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष रीता प्रसाद को शिविर से हाथ पकड़कर बाहर करने के मामले में पीएमओ कार्यालय को भेजे पत्र को संज्ञान में लिया गया है. पीएमओ कार्यालय ने पत्र झारखंड प्राथमिक शिक्षा निदेशक कार्यालय को फॉरवर्ड किया है. शिविर में डीएसई सह डीईओ भूतनाथ रजवार मौजूद थे. उनकी उपस्थिति में हंगामा हुआ.
रीता प्रसाद ने पत्र में जिक्र किया है कि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, रांची के निर्देश पर डीएसई ने बीपीएल बच्चों के 44 निजी स्कूलों में नामांकन से संबंधित कागजातों की जांच के लिए शिकायत निवारण शिविर का आयोजन किया था. इन 44 स्कूलों में गलत तरीके से नामांकन के खिलाफ 267 बच्चों के अभिभावकों ने आपत्ति प्रकट की थी. मामला राज्य बाल संरक्षण आयोग तक पहुंचने पर आयोग ने चार सदस्यीय कमेटी गठित कर ऑनलाइन जांच का आदेश डीएसई को दिया था. डीएसई ने चार सदस्यीय कमेटी गठित किए बिना जांच शुरू कर दी. शिविर में ऑनलाइन जांच की व्यवस्था भी नहीं थी. शिविर में अव्यवस्था देख रीता प्रसाद डीएसई से बातचीत कर रही थी. उसी समय वहां मौजूद साहिर खान नामक एक व्यक्ति ने शिविर से तत्काल निकलने की धमकी दी. विरोध करने पर उसने बांह पकड़कर शिविर से बाहर कर दिया. इसी मामले में रीता प्रसाद ने पीएमओ कार्यालय को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है.
राष्ट्रीय महिला आयोग को भी भेजा गया पत्र
रीता प्रसाद ने बीपीएल नामांकन शिकायत निवारण शिविर में हंगामा और हाथ पकड़कर बाहर किए जाने के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग को भी पत्र भेजा है. पत्र में जिक्र है कि 8 जुलाई को शिविर में अव्यवस्था देख डीएसई भूतनाथ रजवार से बातचीत कर रही थी. तभी खुद को जवाहर बाल मंच का चीफ को-ऑर्डिनेटर बताने वाला साहिर खान ने शिविर से निकलने की धमकी दी. साथ ही यह भी कहा कि बीपीएल नामांकन के लिए चुने गए एक भी आवेदन निरस्त होने पर अंजाम बुरा होगा. विरोध करने पर उसने धक्का दिया और हाथ पकड़कर बाहर कर दिया. पत्र में मामले की जांच कर साहिर खान समेत 8-10 अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.
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