Dhanbad : धनबाद शहर में हाट-बाजार से लेकर टोला-मोहल्लों में भी सड़क और नालियां अतिक्रमण का शिकार हैं. लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार अफसर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कर्रवाई करने की बजाय सड़क से प्लास्टिक चुनने के काम में व्यस्त है. अगले करीब 10 दिन में झारखंड में मानसून के दस्तक देने की उम्मीद है. इसके साथ ही धनबाद कोयलांचल में मानसूनी बारिश शुरू हो जाएगी. ऐसे में बरसात से पहले 55 वार्डों में नालों की सफाई पूरी होना असंभव है. यानी धनबाद सहित झरिया, कतरास और सिंदरी के लोगों को पहले की तरह इस बार भी बारिश में जल जमाव का समाना करने के लिए तैयार रहना होगा.
इन इलाकों में है सबसे ज्यादा अतिक्रमण
शहर के पुराना बाजार, जयप्रकाश नगर, पुलिस लाइन, एतवारी नगर, विकास नगर, पंडित क्लिनिक रोड, हंस विहार कालोनी आदि इलाके बरसात में सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं. इसके अलावा शहर के कई निचले इलाकों में भी बारिश का पानी घरों में घुस जाता है. इसकी सबसे बड़ी वजह है नालों का अतिक्रमण. नालों पर अवैध कब्जा कर लोगों ने मकान और दुकान बना लिया है. करीब डेढ़ माह पहले निगम के अफसरों ने अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई के लिए नालों का सर्वे कराने की बात कही थी, लेकिन अब तक न तो सर्वे हुआ, न ही कार्रवाई शुरू हुई है.
इसे भी पढ़ें : धनबाद : नगर निगम ने सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ चलाया अभियान कार्रवाई के नाम पर होती है सिर्फ खानापूर्ति
अतिक्रमण हटाने के नाम पर होती है सिर्फ खानापूर्ति
अतिक्रमणकारियो से निबटने के लिए निगम में इनफोर्समेंट टीम का गठन किया गया है. टीम में निगम के उप नगर आयुक्त, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर प्रबंधक, जेई और सेनेटरी इंस्पेक्टर के साथ होम गार्ड के जवान शामिल हैं. टीम अतिक्रमण हटाने के लिए नियमित रूप से शहर में निकलती भी है, लेकिन रोड किनारे लगे दो-चार ठेले-खमोचे ओर कुछ छोटे दुकानदारों के खिलाफ करवाई कर वापस लौट आती है. कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई का जिम्मा भी सेनेटरी इंस्पेक्टर को है, इस काम में वरीय अधिकारी यदा-कदा ही दिखते है. वो भी नालों पर अतिक्रमण हटाने की बजाया प्रतिबंधित प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाना शुरू कर देते हैं.
बारिश में समस्या नहीं आएगी : कार्यपालक पदाधिकारी
इस संबंध में पूछे जाने पर धनबाद नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी मो. अनीस ने कहा कि शहरी क्षेत्र में आधे से अधिक नालों की सफाई हो चुकी है. इस काम में जरूरत के हिसाब से कर्मियों की संख्या बढ़ाई-घटाई जाती है. नालों पर अतिक्रमण के खिलाफ भी अभियान चल रहा है. इस बार बारिश में किसी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी.
यह भी पढ़ें : धनबाद : भगवान जगन्नाथ का 108 घड़ाें के जल से महास्नान, हुए बीमार