Ram Murti Pathak
Dhanbad : महाशिवरात्रि के अवसर पर भोलेनाथ के भक्त जिले भर में लगभग छह हजार किलो दूध बाबा पर चढ़ा आए. इसका अनुमानित मूल्य तीन लाख रुपए है.
50-60 शिव मंदिर : जानकार बताते हैं कि जिले में 50 से 60 शिव मंदिर हैं, जहां महाशिवरात्रि पर बाबा को दूध चढ़ाया गया. मंदिरों में औसतन सौ किलो दूध चढ़ा होगा. इस हिसाब से छह हजार किलो दूध चढ़ा. एक किलो दूध पचास रुपए का मानें, तो छह हजार किलो का दाम हुआ तीन लाख रुपए. हीरापुर के अधिक यादव ने लगातार से कहा कि शिवरात्रि पर दूध की मांग बढ़ जाती है. एक पंडितजी कहते हैं – अनुमान लगाना कठिन है. इतना ही कहा जा सकता है कि हजारों लीटर दूध चढ़ा होगा. शिवशक्ति मंदिर के पुजारी रवि मिश्रा ने बताया कि किसी मंदिर में पांच, तो किसी मंदिर में दो रुद्राभिषेक हुआ. एक रुद्राभिषेक में 5 से 10 लीटर दूध लगता है. खड़ेश्वरी मंदिर के पुजारी मनोज कुमार पांडेय ने लगातार से कहा कि इस मंदिर में लगभग दो सौ किलो दूध चढ़ाया गया होगा.
— तो एक लाख रसगुल्ला बनता : बाबा पर छह हजार किलो दूध चढ़ा. इतने में एक लाख से ज्यादा रसगुल्ला बनता. मनईटाड़ के गणिनाथ स्वीटस के दीपक कुमार बताते हैं कि एक किलो में बीस पीस रसगुल्ला बन जाता है. इस हिसाब से छह हजार किलो दूध से एक लाख बीस हजार रसगुल्ला बनता. राम विलास मिस्त्री ने बताया कि 20 लीटर में 200 रसगुल्ला बनेगा. एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा- छह हजार किलो दूध से 24 हजार बच्चों का पेट भरता. लेकिन, आस्था के नाम पर दूध बेकार बह गया.
बीस लाख के फूल : मंदिरों की सजावट के लिए 20 से 30 लाख के फूल लगे. गुड्डू मालाकार ने लगातार से कहा – कम से कम 20 से 30 लाख के फूल बिके होंगे.
शिव बारात : महाशिवरात्रि पर कई मंदिरों में भोलेनाथ की बारात निकाली गई. जिसमें तरह-तरह के झांकियां थी. हजारों शहरवासी बाराती बनें. कई मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया गया.
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