सम्मानजनक वेतन की घोषणा तक जारी रहेगा चक्का जाम आंदोलन
Loyabad : रामअवतार आउटसोर्सिंग कंपनी के मजदूरों और प्रबंधन के बीच सोमवार को वार्ता हुई. हालांकि कोई नतीजा नहीं निकला. कनकनी स्थित आंदोलन स्थल पर कंपनी के अधिकारियों ने खड़े खड़े मजदूरों से वार्ता की. कंपनी के मालिक आदित्य सिंह व प्रबंधक अंकित सिंह ने मजदूरों से कहा कि चालक का वेतन प्रति माह दो हजार रुपये तथा हेल्पर को 1500 रुपये बढा दिया जाएगा. परंतु मजदूर सहमत नहीं हुए.
मजदूरों का कहना था कि जब तक सम्मान जनक वेतन नहीं मिलता है, आंदोलन पर कायम रहेंगे. अंकित सिंह ने मजदूरों को झारखंड न्यायालय के आदेश से संबंधित अखबार में छपी खबर दिखाते हुए कहा कि मजदूर एचपीसी द्वारा निर्धारित वेतन ठेकेदार या उत्खनन कंपनी से नहीं मांग सकते हैं. मजदूरों ने कहा कि एनआईटी में जो वेतन तय है, वह भुगतान किया जाए या फिर सम्मानजनक वेतन दिया जाए. जितना वेतन दिया जा रहा है, उसमें परिवार का पालन पोषण करने में दिक्कत आ रही है. जब भूखे मरना है तो यहीं पर मरेंगे. कंपनी के लोगों ने कहा स्थिति अभी ठीक नहीं है. जब स्थिति सुधर जाएगी तो वेतन बढा दिया जाएगा. मजदूर फिर भी तैयार नहीं हुए.
चक्का जाम आंदोलन चौथे दिन भी जारी है. मालूम हो कि शुक्रवार से मजदूर शोषण के खिलाफ तथा एचपीसी के तहत वेतन भुगतान करने सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. वार्ता में कंपनी के साइड इंचार्ज सुनील सिंह तथा मजदूरों की तरफ से नंदलाल महतो, उमेश कुमार चौहान, जीतू बाउरी, तपन गोराई, जितेंद्र चौहान, शंकर राणा, उमेश राणा, विकास चौहान, जेपी चौहान, विनय चौहान, कर्म रजवाड़, जमाल अंसारी, पप्पू अंसारी, दीपेंद्र बेलदार, राकेश चौहान, राजकुमार चौहान, सुफल महतो आदि शामिल थे.