Dhanbad : पिछले 9 दिनों से धरना पर बैठे आश्रितों की वार्ता का झमाडा के एसडीओ पंकज झा से हुई, जो बेनतीजा रही. झमाडा में कार्यरत मृत कर्मियों के आश्रितों ने अनुकंपा बहाली को लेकर आंदोलन छेड़ रखा है. प्रबंधन ने कोई पहल नहीं की. अंततः धरना पर बैठे लोग ही झमाडा एसडीओ पंकज झा से वार्ता के लिए उनके कार्यालय पहुंचे.
श्री झा ने बताया कि पिछले दिनों पूर्णिमा नीरज सिंह द्वारा विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया गया था. सरकार ने कहा था की झमाडा अपनी आर्थिक स्थिति को देखते हुए निर्णय ले. इसी के आधार पर झमाडा के एमडी सत्येंद्र कुमार ने आदेश दिया कि एक कमेटी बनाई जाए और झमाडा के आय और व्यय को देखते हुए 120 दिनों का समय मांगा गया. परंतु धरनार्थियों ने साफ मना कर दिया. उन्होंने बताया कि झमाडा में आय और व्यय का ब्योरा सरकार को भेजा जाएगा, उसके आधार पर सरकार जो निर्णय लेगी, उसको देखते हुए अनुकंपा बहाली के मुद्दे को आगे बढ़ाएंगे.
धरना दे रहे धरनार्थी बताते हैं कि वर्ष 2017 में ही समझौता हो चुका है, जिसमें कहा गया था कि जनवरी 2018 से नियोजन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी, लेकिन अब तक प्रबंधन ने कोई पहल नहीं की. गई. उन्होंने कहा कि 10 दिनों का समय दे सकते हैं, लेकिन प्रबंधन 120 दिनों का समय मांग रहा था, जिस कारण वार्ता विफल हो गई.
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