Topchanchi : तोपचांची के लेदाटांड़ में 27 दिसंबर को तंजीम उलेमा अहले सुन्नत के बैनर तले विभिन्न क्षेत्रों से आए उलेमाओं और मुस्लिम समाज के गणमान्य लोगों की बैठक हुई. इसमें प्रखंड की 28 पंचायतों के गांवों के मुसलमान शामिल हुए. बैठक में मुस्लिम समाज के निकाह-विवाह के मौके पर गलत रश्मों और फिजूलखर्ची पर चर्चा हुई. निकाह में डीजे बजाने, आतिबाजी व बेकार के खर्चों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया. दहेज प्रथा पर पाबंदी लगाने पर भी सहमति बनी.
मौलाना हारून रशीद ने कहा कि मुसलमान अपने घरों में निकाह-विवाह के दौरान होने वाले फिजूलखर्च पर रोक लगाएं. उन पैसों से गरीबों की मदद करें. समाज के लोग इस्लाम को पूरी तरह मानें. शादी-विवाह में डीजे, आतिशबाजी, नाच-गान जैसे फिजूलखर्ची से परहेज करें. क्योंकि आतिशबाजी करने व डीजे बजाने से आस-पड़ोस के लोगों को काफी परेशानी होती है. खास करके पढ़ने-लिखने वाले बच्चों व बीमार लोगों को ज्यादा दिक्कत होती है. बैठक में उपस्थित लोगों ने ऐलान किया कि जिस निकाह-विवाह में डीजे बजेगा और आतिशबाजी होगी उसमें समाज के लोग शिरकत नहीं करेंगे. मौके पर कमेटी के सदर हाफिज कमाल, सेक्रेटरी मौलाना हारून रशीद, नूर आलम रिजवी, मौलाना जियाउन्नबी, मौलान अख्तर, मौलाना नासीर हुसैन, मुखिया गुलाम सरवर खान, जुल्फिकार अंसारी, जमील अहमद, अकबर अली अंसारी, महबूब अंसारी, मो. हनीफ सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.
यह भी पढ़ें : धनबाद : गोमो में राजधानी एक्सप्रेस से कटकर किशोर की मौत