Vinit Abha Upadhyay/ Sourav Singh
Ranchi: इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) के छठे समन के जवाब में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जो पत्र लिखा है, उसमें उन्होंने गंभीर आरोप लगाए हैं. हेमंत सोरेन ने अपने पत्र में कहा है कि पिछले कुछ समय से ईडी उन्हें टारगेट कर रही है. बार के बाद एक समन भेज कर उनकी छवि को धूमिल की जा रही है, और राज्य की मौजूदा सरकार को अस्थिर कर रही है. क्योंकि उन्होंने केंद्र सरकार के साथ गठबंधन नहीं किया.
राष्ट्रीय खबरों के लिए यहां क्लिक करें…
बताते चलें कि ईडी ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री को छठा समन भेजा था. जिसमें उन्हें 12 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री के विशेष दूत सूरज कुमार ने एक पत्र ईडी कार्यालय को पहुंचाया है. दो पन्ने के उस पत्र की कॉपी लगातार मीडिया के पास उपलब्ध है. पत्र में मुख्यमंत्री ने ईडी के समन को लेकर कई बातें कहीं हैं.
मुख्यमंत्री ने लिखा है कि उन्होंने अपने और अपने परिवार के सदस्यों की चल-अचल संपत्ति की पूरी जानकारी पिछले साल ही दे दी थी. एक साल बीतने के बाद भी एजेंसी (ईडी) ने संपत्ति के ब्योरे को लेकर किसी तरह का स्पष्टीकरण नहीं मांगा है. जिस मामले में उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है, उसमें उनकी क्या भूमिका है, इसकी जानकारी समन में स्पष्ट नहीं है.
इसे भी पढ़ें- संसद की सुरक्षा चूक मामले में आठ सुरक्षाकर्मी निलंबित, विपक्ष के 14 लोकसभा सदस्य सस्पेंड
वहीं हेमंत सोरेन ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि उनके पास जो भी संपत्ति है, उसकी जानकारी वह आयकर विभाग को देते हैं. आयकर विभाग उनके द्वारा दी गई जानकारियों को स्वीकार करता है. इन सबके बाद भी उन्हें बार-बार समन किया जा रहा है जिससे उनकी छवि धूमिल हो रही है. करीब एक साल से चल रही जांच में अब तक यह पता नहीं चला है कि मैंने (मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन) ऐसी एक भी ऐसी संपत्ति अर्जित की है, जिसमें मनी लॉड्रिंग के जरिए कमाए गए पैसों को लगाया हो. पत्र के अंत में उन्होंने साफ लिखा है कि उन्हें टारगेट किया जा रहा है.