Ranchi: पूर्व मुख्य सचिव डीके तिवारी ने शुक्रवार को राज्य निर्वाचन आयुक्त का पदभार ग्रहण कर लिया. पदभार ग्रहण करने के बाद तिवारी ने कहा कि मेरी प्राथमिकता पंचायत चुनाव कराना होगी. इसे लेकर तैयारी शुरू की जाएगी. सरकार के साथ विचार-विमर्श के बाद इस दिशा में कदम उठाया जाएगा.
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जून से था आयुक्त का पद खाली
पूर्व आईएएस एनएन पांडेय को 16 जून 2017 को राज्य निर्वाचन आयोग में आयुक्त बनाया गया था. वह 25 जून 2020 को रिटायर हो गए. इसके बाद से आयुक्त का पद खाली था. पिछले दिनों कैबिनेट ने डीके तिवारी को राज्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त करने की मंजूरी दी थी. इसकी अधिसूचना जारी होने के बाद तिवारी ने पदभार ग्रहण किया.
1986 बैच के आईएएस रहे हैं तिवारी
पूर्व आईएएस डीके तिवारी 1986 बैच के आईएएस थे. उन्होंने 34 वर्षों तक सेवा दी है. तिवारी राज्य के विभिन्न विभागों के प्रमुख रहे हैं. विकास आयुक्त का पद संभाला और अंत में 31 मार्च 2020 को मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए थे.
नये आयुक्त के सामने होंगी कई चुनौतियां
डीके तिवारी के सामने कई चुनौतियां हैं. पंचायत चुनाव के अलावा निकायों का चुनाव भी उन्हें कराना होगा. पूर्व राज्य निर्वाचन आयुक्त एनएन पांडेय ने कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए नगर पालिका चुनाव को मई में एक्सटेंशन दिया था. अब 12 नगर निकायों में चुनाव और उपचुनाव होने हैं. जिनमें गिरिडीह, देवघर, गोड्डा, बोकारो, पश्चिमी सिंहभूम, रामगढ़, गढ़वा, पलामू, चतरा, कोडरमा और सरायकेला-खरसावां में निकायों में उपचुनाव होने हैं.
जबकि धनबाद और चास नगर निगम में चुनाव होना है. इसके अलावा नगर पंचायत व नगर परिषद का भी चुनाव होना है.
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