KAUSHAL KUMAR
RANCHI :झारखंड में कोरोना महामारी की वजह से अन्य बीमारियों में गिरावट देखी गयी है. साल 2020 में पूरा देश जहां कोरोना से परेशान दिखा वहीं झारखंड में इसके फायदें भी देखने को मिले. झारखंड में प्रत्येक साल मलेरिया के मरीज की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिलता था. परन्तु कोरोना की वजह से इस वर्ष मलेरिया में काफी कम मरीज पूरे राज्य में पाये गये है. कोरोना काल में मलेरिया, फलेरिया, टाइफाइड, चिकनगुनिया, कालाजार जैसी बीमारियों में गिरावट आयी है.
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इस वर्ष मात्र 11 हजार मरीज मिले
झारखंड में इस साल कुल मलेरिया मरीजों की संख्या मात्र 11 हजार ही दर्ज की गयी है. जबकि 2019 में 37 हजार मरीज मलेरिया से ग्रस्ति हुए थे. मलेरिया जैसी बीमारी झारखंड के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है. जिसके लिए सरकारें भी कई कदम उठाती रही है लेकिन इसका बहुत अधिक फायदा देखने को नहीं मिला है.
इस वर्ष मलेरिया से मरने की संख्या में भी कमी आयी
नामकुम स्थित आरसीएच केंपस में वेक्टर बॉन्ड डीसीजेस से बचाव के झारखंड निदेशक शेष नारायण झा ने बताया कि राज्य में प्रत्येक 1 हजार में 1मलेरिया मरीज पायी जाती थी, मगर इस वर्ष मलेरिया से मरने की संख्या में भी काफी कमी आयी है, पाकुड़ जिले में 2 मरीज , ईस्ट सिंहभूम में 1 और वेस्ट सिंहभूम में 3 मरीजों की मौत हुई है.
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लगातार हो रही मलेरिया की जांच
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर एस सी मंडल ने बताया कि मलेरिया की जांच लगातार की जा रही है लेकिन कोविड-19 होने के कारण खांसी, सर्दी, बुखार होने से इसकी संभावनाये बढ़ जाती है.
साफ- सफाई का रखें खयाल
सदर अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट रंजू सिन्हा ने मलेरिया की जांच में लिए जाने वाले सैंपल के बारे में बताया कि इस वर्ष बहुत कम मलेरिया के मरीज अस्पताल में आये है. क्योंकि कोरोना महामारी के कारण लोग सफाई में विशेष ध्यान दे रहे है जिसकी वजह से इस तरह की बीमारियों की कमियां देखी गयी है.
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सभी स्वास्थ्य केंद्रों में हो रही मलेरिया की जांच
वही सदर अस्पताल प्रबंधन द्वारा लोगों से अपील की गयी है कि अपने आस-पड़ोस साफ वातावरण, जलजमाव, बार-बार डीडीटी का छिड़काव और मच्छरदानी लगाकर जरूर सोये. क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र में मलेरिया जैसी बीमारियां फैलती है जब भी बुखार आये तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच करवानी और समय पर इलाज करवाते रहे . ताकि कोरोना के साथ हम लोग मलेरिया से भी बचाव कर सकें. मलेरिया की जांच सभी स्वास्थ्य केंद्र में करायी जा रही है.
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