- बैंक एकाउंट्स और यंग इंडिया समेत कई सवाल पूछे गये
New Delhi : कांग्रेस नेता राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड केस में सोमवार को पहले दौर में तीन घंटे पूछताछ चली. इसके बाद राहुल गांधी को लंच ब्रेक दिया गया. राहुल ईडी दफ्तर से निकलकर तुगलक लेन स्थित अपने आवास पर पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान उनके बैंक एकाउंस और यंग इंडिया समेत कई सवालों किए गए. इस दौरान राहुल से लगभग 50 सवाल पूछे गए. प्रवर्तन निदेशालय ने पूछा कि आखिर उन्हें कैसे यंग इंडिया और एजेएल की डील से फायदा हुआ. इसके अलावा राहुल गांधी से एजेंसी के अधिकारियों ने पूछा कि आपकी यंग इंडिया में क्या भूमिका थी और आप कैसे कंपनी के शेयरहोल्डर बने थे. यंग इंडिया लिमिटेड में राहुल गांधी की 38 फीसदी हिस्सेदारी है. लंच ब्रेक के बाद राहुल गांधी से फिर पूछताछ की जा सकती है. इसके लिए राहुल गांधी दोबारा दोपहर बाद ईडी दफ्तर पहुंचे. उनसे फिर पूछताछ चल रही है.
लंच के दौरान मां सोनिया से मिलने गये अस्पताल
लंच के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी मां सोनिया गांधी के मिलने दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल पहुंचे. वहां सोनिया गांधी से मुलाकात की और उनके सेहत का जायजा लिया.
मोबाइल फोन नहीं ले गये थे साथ
सूत्रों के मुताबिक, दिन के 11.15 बजे ईडी ऑफिस पहुंचते ही वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने मोबाइल फोन वगैरह के बारे में पूछा तो राहुल गांधी ने उनसे कहा, ‘आप चेक करिए. यह आपकी ड्यूटी है.’ हालांकि, राहुल गांधी ने मोबाइल फोन अपने पास नहीं रखा था. उनके हाथ में ईडी के समन की कॉपी ही थी. इसके बाद राहुल गांधी सुरक्षा कर्मियों के साथ असिस्टेंट डायरेक्टर रैंक के जांच अधिकारी के पास ले जाए गए. रास्ते में राहुल गांधी ने साथ चल रहे सुरक्षा कर्मियों से उनका नाम पूछा. साथ ही ये भी कि आप कितने दिनों से यहां कार्यरत हैं.
अधिकारी के आने तक खड़े ही रहे राहुल
राहुल गांधी जब जांच अधिकारी के कमरे में पहुंचे, तब वो अधिकारी मौजूद नहीं थे. पूछने पर साथ के कर्मचारियों ने कहा कि आप बैठिए, साहब आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, राहुल अधिकारी के आने तक खड़े ही रहे. अधिकारी जब पहुंचे तो उन्होंने राहुल गांधी से बैठने को कहा. मास्क लगाए राहुल गांधी ने कहा, ‘थैंक्स! मुझसे जो पूछना है पूछिए. मैं तैयार हूं.’ राहुल गांधी को पानी दिया गया. उनसे चाय और कॉफी के बारे में पूछा गया. उन्होंने हर चीज के लिए मना कर दिया. एक बार भी अपना मास्क नहीं हटाया.
राहुल बोले- कांग्रेस नेताओं से ही केवल पूछताछ होती है
राहुल गांधी ने जांच अधिकारी से उनका नाम और पद के बारे में भी पूछा. अधिकारी से कहा, ‘यहां कांग्रेस नेताओं से ही केवल पूछताछ होती है या किसी और को भी आप लोग बुलाते हैं?’ हालांकि, अधिकारी ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया. राहुल गांधी से पूछताछ के लिए ईडी ने 50 से ज्यादा सवाल तैयार कर रखे थे. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी के जवाबों में से निकल रहे सवालों के चलते ये संख्या बढ़ती जा रही है.
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सामान्य आरोपी की तरह पेश हुए राहुल
ईडी दफ्तर में राहुल गांधी को किसी भी तरह का वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया गया. ईडी अधिकारी ने उनसे उसी तरह पूछताछ की, जैसे वे किसी आम आरोपी से करते. राहुल गांधी के जवाब को वहां मौजूद कर्मचारी कंप्यूटर में फीड करते जा रहे थे. जांच पूरी होने के बाद पूरे बयानों की कॉपी राहुल गांधी को दी जाएगी, जिसे वे खुद पढ़ेंगे और साइन करके जमा करेंगे.
राहुल गांधी से इस तरह की पूछताछ का पहला मौका
राहुल गांधी से असिस्टेंड डायरेक्टर लेवल के अधिकारी ने पूछताछ की, जबकि पूरी प्रक्रिया डिप्टी डायरेक्टर और जॉइंट डायरेक्टर की निगरानी में हुई. इसके अलावा एक अधिकारी पूछताछ के दौरान राहुल गांधी के जवाबों को टाइप करता रहा. यह पहला मौका है, जब राहुल गांधी से इस तरह पूछताछ की गई है.
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राहुल गांधी से पूछे गए कुछ अहम सवाल
- आपकी यंग इंडिया में क्या भागीदारी थी?
- आपने यंग इंडिया के शेयर अपने नाम क्यों किए?
- आपकी यंग इंडिया में कितने प्रतिशत की हिस्सेदारी है.
- आपके अलावा और कौन-कौन यंग इंडिया में शेयर होल्डर हैं?
क्या है मामला
1938 में कांग्रेस पार्टी ने एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड बनाई थी. इसी के तहत नेशनल हेराल्ड अखबार निकाला जाता था. उस वक्त उस पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था और इसी को खत्म करने के लिए एक और कंपनी बनाई गई, जिसका नाम था यंग इंडिया लिमिटेड. इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% थी. यंग इंडिया को एजेएल के 9 करोड़ शेयर दिए गए. कहा गया कि इसके एवज में यंग इंडिया एजेएल की देनदारियां चुकाएगी, लेकिन शेयर की हिस्सेदारी ज्यादा होने की वजह से यंग इंडिया को मालिकाना हक मिला. एजेएल की देनदारियां चुकाने के लिए कांग्रेस ने जो 90 करोड़ का लोन दिया था, वह भी बाद में माफ कर दिया गया.
55 करोड़ की हेराफेरी का है आरोप
2012 में सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया और राहुल के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज कराया था. इसमें स्वामी ने गांधी परिवार पर 55 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया था. हालांकि, इस केस में ईडी की एंट्री साल 2015 में हुई. मालूम हो कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी जांच एजेंसी ने 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है. कांग्रेस की प्रवक्ता रागिनी नायक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उस दिन भी हम लोग सड़कों पर उतरेंगे और बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई का विरोध करेंगे.
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