Patna: निगरानी के हत्थे चढ़े बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता रविंद्र कुमार सोना और चांदी के शौकीन रहे हैं. उन्होंने अपनी काली कमाई से करीब 50 लाख रुपये का एक किलो सोना और आठ लाख की करीब चार किलो चांदी खरीद रखी थी. ये चीजें छापेमारी के दौरान उनके घर के लाकर से मिली हैं. यह सोना-चांदी अब निगरानी विभाग के कब्जे में है. निगरानी ब्यूरो इस मामले में और अधिक जानकारी जुटाने में लगा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निगरानी ब्यूरो को कार्यपालक अभियंता के आवास से स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक के साथ ही कुछ अन्य प्राइवेट बैंक के जो खाते मिले, उन सभी को फ्रिज कर दिया गया है.
निगरानी विभाग और साक्ष्य जुटाने में लगा
इस संबंध में ब्यूरो कार्यालय से संबंधित बैंकों को लिखित सूचना भी भेजी जा चुकी है. बैंक पास बुक को देखने से प्रतीत होता है कि किसी बैंक में इनका लॉकर नहीं था. लेकिन अवैध संपत्ति अर्जित करने वाले का बैंक लॉकर नहीं है, इसे लेकर निगरानी ब्यूरो संशय में है. उसे अंदेशा है कि इंजीनियर ने किसी ना किसी परिवार के सदस्य के नाम पर लॉकर किराए पर लिया होगा. इसकी पुष्टि के लिए ब्यूरो की ओर से बैंकों से लॉकर के संबंध में जानकारी मांगी गई है. लिखित आवेदन देकर ब्यूरो ने बैंकों से कहा है कि कार्यपालक अभियंता के दस्तावेज देखकर बैंक इस बारे में पुष्टि करें, ताकि निगरानी ब्यूरो उनके खिलाफ और साक्ष्य जुटा सके. आपको बता दें कि 13 अगस्त को बड़ी कार्रवाई में निगरानी ब्यूरो ने इंजीनियर के आवास पर छापेमारी में 2.83 करोड़ की अवैध संपत्ति मिली थी.
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