alt="" width="600" height="400" /> जानकारी के मुताबिक, हाकिम ने 107 वाहनों को खरीदने के लिए अलग-अलग बैंकों से लोन लिया है. जिन बैंकों से हाकिम ने लोन लिया है, उनमें एसबीआई, सीआईएफसीएल, एमएमएफएसएल, एक्सिस बैंक, एचडीबी, आईबीएल, कोटक, फेडरल, टीएमएफ, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और टाटा कैपिटल बैंक शामिल है. बताया जाता है कि हाकिम की सारी गाड़ियां सरकारी कांट्रैक्ट के काम में लगते हैं. ठेकेदारों की मजाल नहीं कि, वो हाकिम को छोड़ किसी दूसरे की गाड़ी का इस्तेमाल कर सकें.
alt="" width="600" height="400" /> बताया जाता है कि हाकिम भले ही पाकुड़ का रहने वाला है, लेकिन पिछले चार सालों से उसका अधिकांश वक्त रांची में ही गुजरता रहा है. सप्ताह में तीन-चार दिन वह रांची में ही रहता था और मंत्री आलमगीर आलम के आसपास होता था. उल्लेखनीय है कि मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के करीबी जहांगीर के आवास में छापेमारी कर ईडी ने 35 करोड़ रुपये जब्त किए थे. इस मामले में ईडी ने संजीव लाल व जहांगीर को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद ईडी ने पूछताछ के लिए मंत्री आलमगीर आलम को बुलाया था. दो दिन तक चली पूछताछ के ईडी ने उन्हें 15 मई को गिरफ्तार कर लिया था. वह अभी ईडी के रिमांड पर हैं.