Ranchi : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने गुरुवार को पाकुड़ में राज्य सरकार पर निशाना साधा. कहा कि ठगबंधन सरकार की तुष्टिकरण नीति में घुसपैठियों को संरक्षण प्राप्त है. आदिवासी आबादी खतरे में है. ऐसा लगता है कुछ दिनों में अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा. 1951से लेकर 2011 तक हुई जनगणना रिपोर्ट को रखते हुए कहा कि यह भारत सरकार का सेंसस रिपोर्ट है, जो नरेंद्र मोदी को देश की सत्ता में आने से पहले का है, आज जनसंख्या दिवस है और आंकड़े बताते हैं कैसे संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी लगातार घट रही और मुस्लिम आबादी अप्रत्याशित ढंग से घट रही है.
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आंकड़ों का दिया हवाला
बाबूलाल ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 1951में संथाल परगना में आदिवासी आबादी 44.67%थी, मुस्लिम आबादी 9.44% थी और सामान्य आबादी 45.91% थी. आज 2011की जनगणना रिपोर्ट को देखें तो मुस्लिम आबादी में ढाई गुना वृद्धि के साथ 22.73% हो गयी. जबकि आदिवासियों की आबादी 44.67% से घटकर 28.11% हो गयी. यहीं पर सामान्य आबादी 45.9% से 49.2%तक ही बढ़ी.
आदिवासी आबादी को सुनियोजित तरीके से घटाया जा रहा
मरांडी ने कहा कि स्पष्ट है कि संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी को लव जिहाद, लैंड जिहाद के नाम पर सुनियोजित तरीके से घटाया जा रहा है. साहिबगंज और पाकुड़ की स्थिति तो भयावह है. एक विधानसभा क्षेत्र में 50 हजार मतदाता बढ़ गए. लगभग 123%की वृद्धि हुई.आखिर यह अप्रत्याशित वृद्धि कैसे हुई.
भाजपा वोट बैंक की राजनीति नहीं करती
भाजपा वोट बैंक की राजनीति नहीं करती. भाजपा देश के लिए राजनीति करती है. राष्ट्र प्रथम के संकल्प के साथ हम काम करते हैं. जब जनसंघ का गठन हुआ था, उसी समय से हम धारा 370 का विरोध करते थे. भले हमारी राजनीतिक ताकत कम थी. लेकिन देश के मुद्दों पर कभी समझौता नहीं किया. घुसपैठिए भी देश के विरोधी हैं. अनेक देशों ने घुसपैठियों को बाहर किया है. पाकिस्तान ने भी अफगानिस्तानियों को बाहर किया है, भले वे मुस्लिम ही क्यों न हों.
हाईकोर्ट ने भी घुसपैठ को माना है गंभीर
मरांडी ने कहा कि राज्य में घुसपैठ की समस्या को हाईकोर्ट ने भी गंभीर माना है. सभी जिला के उपायुक्तों को इस दिशा में कारवाई के निर्देश दिए हैं. राज्य सरकार तुष्टिकरण छोड़ घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. उनका संरक्षण बंद करें.
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