Ranchi : झारखंड कांग्रेस की सांगठनिक मजबूती के लिए गुरुवार को दिल्ली में हाईलेवल मैराथन बैठक हुई थी. बैठक काफी हद तक सकारात्मक बतायी जा रही है. इसमें ऐसे कई निर्णय लिये गये हैं, जो प्रदेश कांग्रेस की मजबूती के लिए जरूरी है. पहला निर्णय यह हुआ कि संगठन की मजबूती के लिए झारखंड कांग्रेस अब अपने सभी फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन के पुराने नेताओं के अनुभवों का उपयोग करेगी. इससे संगठन को और अधिक धारदार बनाया जाएगा. प्रभारी अविनाश पांडेय के नेतृत्व में हुई बैठक के बाद यह बात भी सामने आयी कि पुराने कांग्रेसी नेताओं के बीच मनमुटाव भी काफी कम किया गया है. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सभी नेताओं ने एकमत से पार्टी की मजबूती की वकालत की. सभी ने इस पर जोर दिया कि आपसी कलह को दरकिनार कर संगठन की मजबूती पर हम सभी काम करें.
पुराने नेताओं के अनुभवों का फायदा लेने का निर्देश
बैठक में प्रदेश कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, सेवा दल जैसे सभी फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन की पुरानी कमिटी के सदस्य शामिल हुए थे. सभी को अपने-अपने समय के कार्यकारिणी सदस्यों की लिस्ट के साथ बुलाया गया था. सभी लिस्ट को प्रभारी अविनाश पांडेय ने बारी–बारी से देखा. उन्होंने लिस्ट में शामिल वैसे सदस्यों की जानकारी ली, जो तेज-तर्रार थे, पर आंतरिक कलह की वजह से आज हाशिये पर हैं. प्रभारी ने वैसे नेताओं के अनुभवों का फायदा लेने का निर्देश प्रदेश अध्यक्ष को दिया.
मनमुटाव को दूर कर पार्टी हितों की बात की
बैठक में उपस्थित सभी पुराने नेता अपने मनमुटाव को दूर कर पार्टी हितों की बात की. इसमें डॉ अजय कुमार, डॉ रामेश्वर उरांव, प्रदीप बलमुचू, सुखदेव भगत, कुमार जयमंगल, कुमार गौरव, कुमार राजा, मानस सिन्हा, संजय लाल पासवान, आलोक दूबे, जयशंकर पाठक, आभा सिन्हा सरीखे नेता शामिल हैं.
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