Jamshedpur : 27 जुलाई को एमजीएम थाना के बारांबकी काली मंदिर के पास एनएच 33 पर 11.2 लाख रुपए लूट की घटना का जमशेदपुर पुलिस ने खुलासा कर दिया है. गुरुवार को जमशेदपुर एसएसपी डॉ एम तमिल वाणन ने पूरे प्रकरण को नाटक बताया. अपने दोस्त और चाईबासा में रहनेवाले बड़े भाई से लिए कर्ज से बचने के लिए आदित्यपुर दिंदली बस्ती के रहनेवाले राकेश दास ने पूरी मनगढ़ंत कहानी रची. पुलिस को शिकायत के बाद उसने अपने दोस्त ओर भाई को भी यही कहानी सुनाई. अब पुलिस उसके खिलाफ मुकदमा करने की तैयारी कर रही है.
कर्ज वापसी का दबाव कम करने के लिए किया पूरा नाटक
हाल के दिनों में जब राकेश पर कर्ज वापस देने का दबाव उस पर पड़ने लगा तो उसने यह योजना बनाई, ताकि उस पर उनका दबाव कम हो जाए और उसे कुछ मोहलत मिल जाए. गुरुवार को एसएसपी डॉ एम तमिल वाणन यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि लूट की झूठी अफवाह फैलाने के आरोप में वादी आदित्यपुर निवासी राकेश दास पर मुकदमा चलेगा. उसके खिलाफ धारा 182-211 के तहत झूठा केस कराने, सरकारी तंत्र का पैसा व समय बर्बाद करने के तहत कार्रवाई की जाएगी. डीएसपी के सुपरविजन रिपोर्ट पर कोर्ट से यह नोटिस भेजवाया जाएगा, ताकि और कोई इस तरह की गलती करने की कोशिश नहीं करे.
बैंक गया, गालूडीह में बैग फेंका और मोबाइल स्विच ऑफ कर थाना पहुंचा
एसएसपी ने बताया कि राकेश मोबाइल रिचार्ज का काम करता है. कोविड के दौरान धंधा बढ़ाने के लिए पांच माह पूर्व उसने दोस्त से कर्ज लिया था. पांच लाख नकद व दो लाख ट्रांसफर किए गए थे. अपने भाई से भी दो बार दो-दो लाख कुल चार लाख रुपए का कर्जदार था. कोविड में रिचार्ज का धंधा मंदा होने के कारण उसने कर्ज देने में असमर्थता जताई. उन्होंने बताया कि बिष्टुपुर के एक बैंक से निकलने के बाद वह गालूडीह गया. घटनास्थल पर शौच के लिए रुका. अपना पिट्ठू बैग फेंक दिया. मोबाइल स्विच ऑफ किया और गालूडीह थाना पहुंच गया. एसएसपी को उसने बताया था कि लूटेरों का उसने दो किमी तक पीछा किया. तब उस पर संदेह हुआ और सख्ती से पूछताछ के बाद वह टूट गया.