NewDelhi : सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाकर प्रदर्शनकारियों को भड़काने की कोशिश करने के आरोप में कांग्रेस सांसद शशि थरूर समेत कई पत्रकारों पर राजद्रोह सहित गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
नोएडा के सेक्टर 20 थाने में इन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
जिन पर मामला दर्ज किया गया है, उनमें इंडिया टुडे के न्यूज एंकर राजदीप सरदेसाई, नेशनल हेराल्ड ग्रुप की वरिष्ठ संपादकीय सलाहकार मृणाल पांडेय, कौमी आवाज समाचार पत्र के मुख्य संपादक जफर आगा, कारवां पत्रिका के मुख्य सम्पादक परेशनाथ, कारवा पत्रिका के संपादक अन्नतनाथ, कारवां पत्रिका के कार्यकारी संपादक विनोद के जोस और एक अज्ञात शख्स के नाम शामिल हैं.
अफवाह फैली थी कि पुलिस की गोलियों से किसान की मौत हो गयी है
इन सभी पर धारा 153 (A), 153B(B), 295(A), 298, 504, 506, 505(2), 124(A) तथा अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है. बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन अफवाह फैली थी कि पुलिस की गोलियों से किसान की मौत हो गयी है, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने उपद्रव होकर हंगामा किया.
शिकायतकर्ता अभिजीत मिश्रा के अनुसार इन लोगों ने जानबूझ कर दुर्भावनापूर्ण, अपमानजनक और गुमराह करने वाले और उकसाने वाली खबर प्रसारित की और अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, जिसमें कहा गया था कि पुलिस ने एक आंदोलकारी ट्रैक्टर चालक की हत्या कर दी है. एफआईआईर की कॉपी के अनुसार एक साजिश के तहत सुनियोजित दंगा कराने और लोक सेवकों की हत्या कराने के उद्देश्य से इन लोगों ने राजधानी में हिंसा और दंगे कराये.
इसे भी पढ़ें : लाल किला हिंसा और धार्मिक झंडा लगाने के मामले में राजद्रोह का केस दर्ज
आंदोलनरत किसानों ने आरोप लगाया था कि किसान की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है
दिल्ली में मंगलवार को हुए बवाल के दौरान एक किसान की मौत हो गयी थी. आंदोलनरत किसानों ने आरोप लगाया था कि किसान की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है. इसको लेकर काफी हंगामा भी हुआ, लेकिन किसान की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले का खुलासा हुआ. जिसमें किसान की मौत गोली लगने से नहीं बल्कि ट्रैक्टर के पलटने से आयी चोटों के कारण हुई थी.
इसे भी पढ़ें : दिल्ली पुलिस कमिश्नर का जवानों को पत्र, लिखा, सतर्क रहें, आने वाले दिन और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं