Lagatar Desk
दिल्ली में किसानों और पुलिस के बीच दिन भर झड़प होती रही. किसान संगठनों का एक गुट लाल किला पर पहुंच गया. वहां पहुंच कर लाल किला पर झंडा (निशान साहेब) लहरा दिया. जिसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने गृह सचिव, दिल्ली पुलिस कमिश्नर समेत आला अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद दिल्ली पुलिस ने किसानों पर कार्रवाई शुरु कर दी है. इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने पंजाब व हरियाणा में हाई अलर्ट जारी कर दिया है. दिल्ली बोर्डर पर भी हाई अलर्ट जारी किया गया है.
इसे भी पढ़ेंः ट्रैक्टर रैलीः दिल्ली में हालात बेकाबू, एक किसान की मौत, किसानों ने लाल किला पर निशान फहराया
दिल्ली पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर अलग–अलग घटना को लेकर अलग–अलग थानों में कई प्राथमिकी दर्ज की है. जिसके आधार पर कार्रवाई शुरु की गई है. पुलिस उपद्रव करने वालो को जल्द ही गिरफ्तार कर सकती है. आज हुई घटनाओं में एक किसान की मौत हो गई है, जबकि कई किसान घायल हैं. पुलिस के भी कई जवान घायल हुए हैं.
देश भर में घटना की निंदा
दिल्ली में आज हुई घटना को लेकर तमाम राजनीतिक दलों ने घटना की निंदा की है. विपक्षी दलों ने साफ–साफ कहा है कि हिंसा का समर्थन किसी कीमत पर नहीं की जा सकती. शिव सेना ने कहा कि घटना शर्मनाक है. किसान संगठनों ने भी घटना को शर्मनाक बताया है. साथ ही कहा है कि रैली में असमाजिक तत्व घूस आये थे.
कई इलाकों में इंटरनेट व मेट्रो बंद
इस बीच गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है. साथ ही समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18 व19, हैदरपुर बादली मोड़, जहांगीर पुरी, आदर्श नगर, आजादपुर, मॉडल टाउन, जीटीबी नगर, विश्व विद्यालय, विधानसभा और सिविल लाईंस मेट्रो को बंद कर दिया गया है.
दिन भर होते रहे टकराव
इससे पहले आज सुबह से ही दिल्ली में हालात बेकाबू हो गये हैं. किसानों ने लालकिला पर पहुंच कर किसानों ने अपना झंडा (निशान साहेब) फहरा दिया है. आईटीओ चौराहे पर पुलिस व किसानों के बीच दिन भर टकराव होते रहे.
देखा जाये तो दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली में स्थिति किसी के भी कंट्रोल में नहीं रही. ना किसान नेताओं के और ना ही पुलिस के. एक दर्जन से अधिक जगहों पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बनी. पुलिस लाठी चार्ज करती रही, आंसू गैस के गोले छोड़ती रही. जवाब में किसानों की तरफ से भी पुलिस पर हमले किये जाते रहे. पथराव भी हुए. हालांकि लगातार किसानों औऱ पुलिस के बीच बातचीत भी चलती रही.