New Delhi : 26 जनवरी को किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प के बाद गृह मंत्रालय के कार्रवाई से किसानों मे डर बना हुआ है. नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को लेकर देर रात गाजीपुर बॉर्डर में हंगामें की स्थिति बन गई. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि रात में उनके कैंप की बिजली काट दी गई. पुलिस और सरकार पर आंदोलन को अस्थिर करने का आरोप लगाया.
कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर बागपत में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर ओलिस ने क्रूर अंधाधुंध लाठीचार्ज किया गया. साइट पर किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया और अज्ञात स्थान पर ले जाया गया.
Police has unleashed brutal indiscriminate lathicharge on protesting farmers at Baghpat, Delhi-Sahranpur Highway. Farmer leaders on site arrested and taken to undisclosed location. #BoycottBJP pic.twitter.com/LxaLnrBAaw
— Saral Patel (@SaralPatel) January 27, 2021
इसे भी पढ़ें –1 फरवरी से लागू होगा कोरोना का नया गाइडलाइन, 50फीसदी से ज्यादा लोग जा सकेंगे सिनेमा हॉल
प्रशासन किसानों को डराने का काम कर रही
राकेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन माहौल खराब करने में लगी हुई है. देर रात को कैंप का लाइट बंद कर दिया गया है. किसानों के अंदर डर का माहौल बनाया जा रहा है. बिजली नहीं होने के कारण हमलोग रात भर जगे रहे. प्रशासन ऐसा करके चाह रहा कि हमलोग आंदोलन खत्म कर दें.
इसे भी पढ़ें –रामगढ़ : कांग्रेस के मंत्री-विधायक ने महापंचायत कर दिया किसान आंदोलन को समर्थन
हिंसा करने वालों पर कार्रवाई करें प्रशासन- राकेश टिकैत
वहीं आगे कहते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा. 26 जनवरी को जो कुछ हुआ, जिसने भी किया उसपर कार्रवाई करे प्रशासन. जो भी उस दिन किया गया हम उनके साथ नहीं थे. ट्रैक्टर रैली का जो रूट था, उस पर पुलिस ने जाने नहीं दिया.
इसे भी पढ़ें –रांची : कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर भाकपा का राजभवन पर धरना
किसानों में भी दरार देखने को मिल रहा
बता दें कि दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किसान संगठनों में भी दरार देखने को मिल रही है. नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन ने धरना खत्म करने का ऐलान किया है. वहीं, मजदूर किसान यूनियन ने भी आंदोलन से अलग होने का एलान कर दिया है, जिसके बाद से चिल्ला बॉर्डर से बेरिकेड्स हटा दिए गए हैं.
इसे भी पढ़ें –ओरमांझी: उर्दू मिडिल स्कूल का शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने किया निरीक्षण, दिया निर्देश