Jamtara: मालवाहक गाड़ी से डेढ़ लाख रुपये की हेराफेरी के आरोप में नारायणपुर थाना की पुलिस हिरासत में एक युवक के साथ मारपीट की है. आरोप है कि मालवाहक गाड़ी के चालक राजेन्द्र यादव और उपचालक मुकेश दास घंटों की सफर के बाद दरभंगा से नारायणपुर पहुचा था. वह बिस्को कंपनी का सामान लेकर दरभंगा गया था. लौटने के क्रम में गाड़ी मालिक के कहने पर किसी पार्टी से रुपये लिया. यह रकम पैकेट में बंद था. इन दोनों ने रुपए से भरे पैकेट को गाड़ी के केबिन में रख दिया. मंगलवार की देर रात जब गाड़ी लेकर दरभंगा से लौटा तो उपचालक मुकेश दास के घर पर गाड़ी खड़ा कर दिया. इसके बाद चालक राजेन्द्र यादव अपने गांव कमलपुरा चला गया. सुबह गाड़ी लेकर मालिक के पास जाना था. इस बीच केबिन में रखा रुपए से भरा बंद पैकेट खुला था. यह देख चालक और उपचालक भौचक रह गया. उसने रुपये गायब होने की सूचना मालिक को दी. आपको बता दें कि नारायणपुर थाना क्षेत्र में ही कथित रूप से पुलिस कस्टडी में मिन्हाज अंसारी की मौत का कभी सुर्ख़ियों में था.
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‘पुलिस द्वारा कस्टडी में मारपीट की बात निराधार’
इसके बाद नारायणपुर थाना पहुंचकर रुपए गायब होने का सूचना दिया. जहां पुलिस ने दोनों युवक को हिरासत में ले लिया गया. वहीं चालक ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें बेरहमी से पीटाई की है. गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपना इलाज करवाया. इधर बिस्को कंपनी के मैनेजर सोनम मजूमदार ने अपना शिकायत वापस ले ली है. पुलिस ने कहा कि दरभंगा से लौटने के क्रम में कुछ देर के लिए रास्ते में रुका था. संदेह है कि होटल से ही रुपया गायब हुआ होगा. पुलिस का दावा है कि घटनास्थल उनके क्षेत्र में नहीं है. अब सवाल यह उठता है कि जब घटनास्थल नारायणपुर थाना क्षेत्र से बाहर है, तो पुलिस ने घंटों कस्टडी में रखकर पूछताछ और फिर दोनों पक्षों के बीच सुलहनामा के लिए इतनी दिलचस्पी क्यों थी ? अगर रुपया गायब हुआ है, तो बिस्को कंपनी के मैनेजर ने शिकायत क्यों वापस लिया ? इधर थाना प्रभारी अभय कुमार ने कहा कि रुपया गायब होने के मामले में चालक व उपचालक से पूछताछ की गई है. लेकिन पुलिस द्वारा कस्टडी में मारपीट की बात निराधार है.
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